नागौर

नगर परिषद कचरे से करेगी कमाई : शहर को गंदगी के ढेरों से मिलेगी राहत

नागौर शहर में निजी प्रतिष्ठानों को भी करना होगा सेग्रीकेशन

नागौरJun 03, 2019 / 07:06 pm

Dharmendra gaur

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शहर को गंदगी के ढेरों से मिलेगी राहत, चीफ सेक्रेटरी ने वीसी में दिए निर्देश
नागौर. शहर में 50 किलो से ज्यादा कचरा पैदा करने वाले निजी प्रतिष्ठानों को स्वयं के खर्च पर मशीन लगाकर गीले कचरे का सेग्रीकेशन करना होगा। राज्य के चीफ सेक्रेटरी ने गत दिनों कलक्टे्रट स्थित आईटी सेंटर में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) में इस संबंध में निर्देश दिए। सभी निकायों को निर्देश दिए कि शहर में सूखे व गीले कचरे का निस्तारण किया जाए व अस्पताल,होटल, मैरिज गार्डन समेत अन्य निजी प्रतिष्ठान अपने खर्च पर सेग्रीकेशन के लिए मशीनें लगाएं। शहर में चार से पांच वार्डों पर एक सेग्रीकेशन सेंटर स्थापित कर सूखे व गीले कचरे का निस्तारण कर गीले कचरे से खाद बनाई जाएगी। गौरतलब है कि पत्रिका ने सेग्रीकेशन को लेकर एक महीने पहले 2 अप्रेल 2019 को ही बता दिया था, वीसी में सीएस ने इस पर मुहर लगा दी।


एनजीटी के निर्देशों की हो पालना
मुख्य सचिव के निर्देशानुसार शहर में जगह-जगह कचरे के ढेर नजर नहीं आने चाहिए। जहां कचरा डाला जाएगा वहां से कचरा लेकर खाद बनाई जाए वहीं प्लास्टिक आदि सीमेंट फैक्ट्रियों को दिया जाए। सूखे व गीले कचरे का संग्रहण करने के लिए नगर परिषद नई टैक्सियां खरीदेगा वहीं कुछ मौजूदा टैक्सियों को मोडिफाई कर गीला कचरा डालने की जगह बनाई जाएगी। वीसी में समस्त जिला कलक्टर को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) द्वारा राज्य सरकारों द्वारा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नियम 2016 का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना के निर्देश दिए हैं।


निजी स्तर पर भी करेंगे पाबंद
शहर में 50 किलो से एक क्विंटल से अधिक कचरा संग्रहण वाले निजी संस्थानों को छोटी मशीनें लगानी होगी ताकि शहर की सडक़ों पर कचरा नहीं रहे। कचरा निस्तारण या री-सायक्लिंग, कचरे से ऊर्जा उत्पादन को कचरा प्रबंधन या वेस्ट मैनेजमेंट कहा जाता है। री-सायक्लिंग से कई उपभोक्ता वस्तुएं बाजार में दोबारा उपलब्ध हो जाती है जो कि प्राकृतिक संसाधनों के दोहन में कमी ला रही है। एल्युमिनियम, तांबा, स्टील, कांच, कागज और कई प्रकार के प्लास्टिकों की री-यासक्लिंग की जा सकती है। धातुओं की री-सायक्लिंग करने से मांग के अनुरूप कई वस्तुएं बाजार में उपलब्ध हो जाती है। कचरा प्रबंधन शहर के लिए एक बेहतरीन कदम साबित हो सकता है।

निर्देशों की पालना करेंगे
कचरा निस्तारण को लेकर सरकार से मिले दिशा-निर्देशों की पालना की जाएगी। शहर को साफ सुथरा रखने के लिए सेग्रीकेशन के संबंध में निजी संस्थानों को भी पाबंद किया जाएगा।
जोधाराम विश्नोई, आयुक्त नगर परिषद, नागौर

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