यह है मामला
बुधवार को सरनावड़ा गांव से हरिण शिकार के मामले में वन विभाग के कर्मचारियों ने रामनिवास, हाथराम व भंवरलाल को पकड़ा था। जिनमें से भंवरलाल की हिरासत में मौत हो गई। मृतक का शव मौलासर चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया। बाद में परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया। परिजनों का आरोप था कि मारपीट कर हत्या की गई है। इस मामले में गुरुवार रात आधा दर्जन वनकर्मियों के खिलाफ गच्छीपुरा थाने में मामला दर्ज किया गया।
डंटे रहे अधिकारी
मामला बढ़ता देख डेगाना डिप्टी नंदलाल सैनी, मकराना उपखण्ड अधिकारी जे.पी. बैरवा, डेगाना सीआई नरेन्द्र जाखड़, गच्छीपुरा थानाधिकारी अमरचन्द, पादु सुमन चौधरी, थांवला हीरालाल, गच्छीपुरा नायब तहसीलदार जुगलसिंह सहित बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात रहा।
कलक्टर-एसपी ने लिया नर्सरी का जायजा
मामले में जिला कलक्टर पीयूष समारिया, पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी दोपहर बाद मौलासर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने यहां नर्सरी पहुंचकर जायजा लिया। क्षेत्रीय वन अधिकारी अर्जुनराम व सहायक वनपाल झाबरमल से जानकारी ली। इस दौरान डीडवाना एसडीएम कार्तिकेय मीणा भी मौजूद रहे।
नंदलाल सैनी, पुलिस उपअधीक्षक, डेगाना