नागौर में कार टैक्सी के भुगतान के साथ उसे आगामी एक वर्ष के लिए और लगाने के बदले बीस हजार की घूस लेते सार्वजनिक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग नागौर के अधिशासी अभियंता मुकेश शर्मा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उसे शहर के इंद्रा कॉलोनी में अपने किराए के मकान पर रिश्वत लेते पकड़ा। यहां उसके कमरे से एक लाख की नकदी भी बरामद की गई। इस रकम के बारे में भी वो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। उनके जयपुर के न्यू सांगानेर रोड की रूप विहार कॉलोनी स्थित आवास पर भी देर रात एसबी की टीम सर्च अभियान में जुटी थी।
एसीबी के एएसपी रमेश मौर्य ने बताया कि इस संबंध में खींवसर के भाकरोद निवासी हेम सिंह भाकल (45) ने शिकायत दी थी। मंगलवार को दी गई शिकायत में हेमसिंह ने बताया कि उसकी कार सार्वजनिक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग नागौर किराए पर लगाई हुई है। इसका प्रतिमाह किराया करीब 33 हजार रुपए है जिसके अप्रेल माह का भुगतान होना शेष था जबकि मई और जून का भुगतान उसे कर दिया गया। जब उसने अप्रेल के भुगतान और आगामी साल के लिए अपनी कार लगाने की बात की तो एक्सईएन मुकेश शर्मा ने दो माह का किराया बतौर कमीशन मांगा। मंगलवार को इस शिकायत पर सत्यापन के बाद एसीबी ने टीम गठित की। इसमें एसीबी के सीओ समीर कुमार सिंह, इंस्पेक्टर मोहन सिंह, हैड कांस्टेबल सुरेंद्र सिंह, कुम्हेरदान, कांस्टेबल बालाराम, मांगीलाल आदि को शामिल किया गया। इस पर हेमसिंह मंगलवार को अप्रेल की बकाया राशि लेने एक्सईएन मुकेश शर्मा के पास पहुंचा। बताया जाता है कि मुकेश ने इसके लिए उसे अपने इंद्रा कॉलोनी स्थित आवास पर बुलाया। यहां मुकेश शर्मा ने उससे तीस हजार रुपए की मांग की। इस पर हेमसिंह ने मुकेश शर्मा को बीस हजार रुपए दिए। इसी दौरान टीम ने एक्सईएन मुकेश शर्मा को धर दबोचा। मुकेश शर्मा के जयपुर स्थित आवास पर भी कार्रवाई जारी है।