शहर में इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ अमृत सिटी योजना में नगर परिषद को मिले कुल बजट में से 60 करोड़ रुपए सीवरेज कार्य पर खर्च करना तय किया गया है। नगर परिषद ने अप्रेल 2017 में महाराष्ट्र की वाईएफसी कम्पनी को वर्क ऑर्डर जारी किया था। योजना के तहत सीवरेज से वंचित पुराना हाउसिंग बोर्ड, बीएसएफ, दीप कॉलोनी, पुलिस लाइन, अजमेरी गेट, कलक्ट्री के आसपास का क्षेत्र, भार्गव मोहल्ला, स्टेडियम के उत्तर की तरफ एवं किले के दक्षिण की तरफ आने वाली कॉलोनियों को जोड़ा जाएगा।
इस तरह चला भूमि चयन का काम योजना के तहत शहर में 78.58 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जानी थी। इसके साथ दुलाया में 1.5 एमएलडी एवं बीएसएफ के पास 2 एमएलडी क्षमता के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) बनाने थे, लेकिन बीएसएफ के पास जमीन नहीं मिली तो ढूढ़ीवास में एसटीपी बनाना प्रस्तावित किया गया, लेकिन इसमें भी अड़ंगा लग गया। इसके बाद नगर परिषद ने प्लान में संशोधन करते हुए हाउसिंग बोर्ड के पास पम्प हाउस बनाकर सीवरेज के पानी को बालवा स्थित एसटीपी तक पहुंचाने का निर्णय लिया। अब भूमि का चयन हो चुका है तथा जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा।
एक-दो दिन में काम शुरू करेंगे … सीवरेज सिस्टम डवलप करने की कवायद चल रही है। पम्प हाउस के लिए हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में भूमि का चयन किया है। दो-तीन दिन में ही यहां कार्य शुरू हो जाएगा। कॉलोनी में सड़क निर्माण अब सीवरेज कार्य के बाद ही करवाएंगे।
– मांगीलाल भाटी, सभापति, नगर परिषद, नागौर भूमि चयन कर लिया है … पम्प हाउस का काम पेंडिंग रहने से सीवरेज का काम भी लटका हुआ था। अब भूमि का चयन कर लिया है तथा काम शुरू हो जाएगा। सीवरेज लाइन से पानी पम्प हाउस तक लिफ्ट किया जाएगा एवं यहां से ट्रीटमेंट प्लांट के लिए भेजा जाएगा।
– रामप्रसाद मीणा, एक्सइएन, नगर परिषद, नागौर