राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उपस्थित समाज बंधुओं को संबोधित करते हुए कहा कि संघ को आगे बढ़ाने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए। तन, मन व धन से संघ के कार्यक्रम के लिए हमेशा तत्पर रहे। नाहर ने विशेष रूप से कहा कि उनकी नजर में सभी श्रावक-श्राविका अध्यक्ष है। वे तो व्यवस्था के तहत अध्यक्ष है, लेकिन संघ की वृद्धि करना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नागौर की धरा तो धन्य है, जहां आचार्य जयमल महाराज का संथारा सहित देवलोकगमन हुआ। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संघ की राष्ट्रीय योजनाएं व गतिविधियों के बारे में प्रकाश डाला। जयगच्छीय साधु-साध्वी के विहार कार्यक्रम के बारे में भी नाहर ने विस्तृत जानकारी दी।
राष्ट्रीय योजना में जुड़े श्रद्धालु
संघ की राष्ट्रीय योजनाओं के बारे में सुनने के बाद हरकचंद ललवानी परिवार व ललित सुराणा परिवार ने राष्ट्रीय योजना में जुडऩे की घोषणा की। नागौर संघ की ओर से अपने विचार प्रस्तुत किए। संजय पींचा ने जय संघ नागौर की गतिविधियों के बारे में अवगत कराया। इस मौके पर प्रकाशचंद बोहरा, निर्मलचंद चौरडिय़ा, कमलचंद ललवानी, चैनसुख बोहरा, प्रकाशचंद ललवानी, पंकज ललवानी, किशोर सुराणा, महेंद्र कांकरिया, प्रीतम ललवानी, नौरतन सुराणा, कन्हैयालाल ललवानी, जितेंद्र चौरडिय़ा, मनोज ललवानी, सुनील ललवानी, मुदित पींचा, सोहन नाहर आदि श्रावक-श्राविकाएं मौजूद थे।