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नवरात्र शुरू, मंदिरों में कोरोना इफेक्ट , जानिए कहां होंगे दर्शन और कहां पाबंदी

locationनागौरPublished: Apr 13, 2021 10:10:28 am

Submitted by:

Rudresh Sharma

नौ दिन होगी मां दुर्गा के नौ अवतार की पूजा, हिंदुओं का नया साल नवसंवत्सर शुरू

Navratri 2021

नवरात्र शुरू, मंदिरों में कोरोना इफेक्ट , जानिए कहां होंगे दर्शन और कहां पाबंदी

नागौर. नवशक्ति की पूजा के लिए मंगलवार से चैत्र प्रतिपदा के दिन नवरात्र प्रारंभ हो गए। नवरात्र 21 अप्रेल तक चलेंगे। नवरात्र की शुरुआत से ही मंदिरों में कोरोना इफेक्ट देखने को मिला। मंदिरों में अपेक्षाकृत रूप से कम भीड़भाड़ रही। कई मंदिरों में मेले स्थिगित कर दिए गए तो कई जगह माता के दर्शनों पर भी पाबंदी रही। ज्यादातर श्रद्धालुओं ने घरों पर ही आराधना शुरू की। नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना की गई। चैत्र प्रतिपदा से हिंदुओं का नया साल यानि नवसंवत्सर 2078 शुरू हो गया।
दर्शनार्थ बंद रहेगा दधिमती माता मंदिर
जायल. चैत्र नवरात्रा को लेकर इस बार शक्तिपीठ गोठ मांगलोद स्थित दधिमती माता के मंदिर में मेला नहीं भरेगा। श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ मंदिर बंद है। दधिमती सेवा पूजा अर्चना समिति के अध्यक्ष महेशकुमार पाराशर ने बताया कि कारोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ नवरात्रा के दौरान मंदिर बंद रहेगा।
मेला स्थगित: सरपंच महिपाल थालौड़ ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए दधिमती माता का चैत्र नवरात्रा मेला स्थगित कर दिया गया है। दुकानें नहीं लगेगी।
भंवाल माता का नहीं भरेगा मेला
जसनगर. समीपवर्ती भंवाल ग्राम में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण चैत्र नवरात्रा में लगने वाला भंवाल माता का मेला इस बार भी नहीं भरेगा। राज्य सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइड लाइन की अनुपालन में भंवाल माता मंदिर का चैत्र नवरात्रा मेला लेकर सोमवार को रियांबड़ी तहसीलदार भागीरथ चौधरी, जसनगर पुलिस चौकी प्रभारी सुखाराम, भू-लेख अधिकारी श्रवणसिंह राजपुरोहित, भंवाल माता मंदिर के पुजारियों की बैठक हुई। बैठक में पुजारियों ने क्षेत्रवासियों से अपील कि कोरोना संक्रमण लेकर भंवाल माता का मेला नही भरेगा।
शाकंभरी मंदिर में आयोजनों पर पाबंदी

नावां. प्रदेश की सबसे बड़ी खारे पानी की सांभर झील के बीच में स्थित शाकंभरी माता मंदिर में कोरोनकाल को मध्य नजर रखते हुए मेले सहित सभी आयोजन निरस्त रहेंगे। इसके साथ ही छोटे-बड़े आयोजनों पर भी पाबन्दी रहेगी। हर वर्ष की तरह होने वाली सवामणियों का आयोजन भी नहीं होगा। नावां थानाधिकारी धर्मेश दायमा ने बताया कि सोशल डिस्टेंस व गाइड लाइन की पालना के साथ दर्शन कर सकते है।एसडीएम ब्रह्मलाल जाट ने बताया कि सोशल डिस्टेंड व मास्क के साथ डिस्टेंस रख कर दर्शन कर सकते है तथा परिसर में 50 व्यक्ति से अधिक संख्या नहीं होनी चाहिए।

बड माता के दर्शन बंंद
मूण्डवा. लौढा (जैन) समाज की कुल देवी बड़माता (बड़वासन माता) मंदिर में 21 अप्रेल तक दर्शन की अनुमति नहीं है। गौरतलब है कि लोढ़ा समाज की कुलदेवी का एकमात्र मंदिर भडाणा व मूण्डवा की सीमा पर स्थित है। जहां देशभर से श्रद्धालु आते हैं। साथ ही आस-पास के गांव का भी आस्था का केंद्र है। यहां के व्यवस्थापक महेश शर्मा ने बताया कि कोविड के चलते प्रशासन से विचार विमर्श के बाद 21 अप्रैल तक मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शनों की अनुमति नहीं होगी।
डीडवाना के पाडाय माता मंदिर में कल अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना सहित ज्योत लेकर आरती की जाएगी। नित्य प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती के पाठ होंगे। श्रद्धालुओ को मास्क, सेनेटाइजर व सोशल डिस्टेंस की पालना करवाई जाएगी।
कुचामन के स्वरूपली डूंगरी स्थित शाकम्भरी माता के मंदिर में कल अभिजीत मुहूर्त में घट स्थापना समेत ज्योत लेकर सामूहिक आरती होगी। नित्य प्रतिदिन दुर्गा सप्तशती के पाठ होंगे। श्रद्धालुओ को मास्क वितरित किये जायेंगे और प्रवेश द्वार पर सेनेटाइज किया जाएगा। मंदिर में सोशल डिस्टेंस की पालना करवाई जाएगी।
– सुतेन्द्र सारस्वत, सचिव, मंदिर समिति
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