धारा 251क रास्ता प्रकरण - 30
धारा 212 स्थगन के प्रार्थना पत्र - 811 ऊपर के न्यायालय के आदेश की पालना - 5
विधानसभा का केन्द्र बिन्दु खींवसर
खींवसर उपखण्ड मुख्यालय स्टेट हाईवे पर स्थित है। विधानसभा क्षेत्र का मध्य बिन्दु है तथा खींवसर उपखण्ड मुख्यालय पर सभी सुविधाएं एवं सिविल कोर्ट के लिए जमीन भी है। इस प्रकार सिविल कोर्ट के लिए जो आवश्यक होना चाहिए वह सभी खींवसर उपखण्ड मुख्यालय पर है। खींवसर उपखण्ड क्षेत्र पुलिस थाना क्षेत्र में विभिन्न अपराधों के लिए होने वाली सुनवाई के लिए काफी दूर जाना पड़ता है तथा यातायात साधनों एवं सम्पर्क साधनों का अभाव होने से आर्थिक बोझ भी उठाना पड़ रहा है। जबकि पुलिस थाना खींवसर, भावण्डा एवं पांचौड़ी थाना क्षेत्रों का मध्य बिन्दु खींवसर उपखण्ड मुख्यालय है।
मांगें नहीं मानने तक बहिष्कार
अधिवक्ता अपनी जायज मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार पर है। सरकार को शीघ्र मांग मानते हुए सिविल न्यायालय के स्वीकृति की घोषणा कर देनी चाहिए। हड़ताल के चलते न्यायालय के समस्त काम पूरी तरह ठप पड़े हैं और ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। सरकार के सिविल न्यायालय खोलने से हजारों लोगों को राहत मिलेगी।
- मूलसिंह राठौड़, उपाध्यक्ष, अधिवक्ता संघ, खींवसर
करेंगे सरकार से मांग
खींवसर में सिविल न्यायालय खोलने की वकीलों की मांग जायज है। ग्रामीणों को सिविल न्यायालय के अभाव में भारी परेशानी हो रही है। इसके लिए सरकार से मांग करेंगे ताकि जल्द से जल्द सिविल न्यायालय खुले।
- धनंजयसिंह खींवसर, भाजपा नेता, खींवसर
धारा 212 स्थगन के प्रार्थना पत्र - 811 ऊपर के न्यायालय के आदेश की पालना - 5
विधानसभा का केन्द्र बिन्दु खींवसर
खींवसर उपखण्ड मुख्यालय स्टेट हाईवे पर स्थित है। विधानसभा क्षेत्र का मध्य बिन्दु है तथा खींवसर उपखण्ड मुख्यालय पर सभी सुविधाएं एवं सिविल कोर्ट के लिए जमीन भी है। इस प्रकार सिविल कोर्ट के लिए जो आवश्यक होना चाहिए वह सभी खींवसर उपखण्ड मुख्यालय पर है। खींवसर उपखण्ड क्षेत्र पुलिस थाना क्षेत्र में विभिन्न अपराधों के लिए होने वाली सुनवाई के लिए काफी दूर जाना पड़ता है तथा यातायात साधनों एवं सम्पर्क साधनों का अभाव होने से आर्थिक बोझ भी उठाना पड़ रहा है। जबकि पुलिस थाना खींवसर, भावण्डा एवं पांचौड़ी थाना क्षेत्रों का मध्य बिन्दु खींवसर उपखण्ड मुख्यालय है।
मांगें नहीं मानने तक बहिष्कार
अधिवक्ता अपनी जायज मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार पर है। सरकार को शीघ्र मांग मानते हुए सिविल न्यायालय के स्वीकृति की घोषणा कर देनी चाहिए। हड़ताल के चलते न्यायालय के समस्त काम पूरी तरह ठप पड़े हैं और ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। सरकार के सिविल न्यायालय खोलने से हजारों लोगों को राहत मिलेगी।
- मूलसिंह राठौड़, उपाध्यक्ष, अधिवक्ता संघ, खींवसर
करेंगे सरकार से मांग
खींवसर में सिविल न्यायालय खोलने की वकीलों की मांग जायज है। ग्रामीणों को सिविल न्यायालय के अभाव में भारी परेशानी हो रही है। इसके लिए सरकार से मांग करेंगे ताकि जल्द से जल्द सिविल न्यायालय खुले।
- धनंजयसिंह खींवसर, भाजपा नेता, खींवसर