अधिकारी बताते हैं कि प्रथम चरण में अभी भूमि चयन करने का काम चल रहा है। भूमि आवंटन के बाद विभागीय स्तर पर पार्क डवलप किया जाएगा। एजेंसी के जरिए इस पार्क में विभिन्न साइन बोर्ड और अन्य सूचनाओं से सम्बंधित बोर्ड आदि लगाए जाएंगे।
यातायात नियमों के प्रति लापरवाही बरतने वाले चालकों को इस पार्क में काफी कुछ सीखने को मिलेगा। वाहन चलाने का लाइसेंस ले लेने पर भी कई चालक नियमों से अनभिज्ञ होते हैं। ऐसे में सड़क पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इस तरह के हादसों में कमी लाने के लिए यह प्रयास काफी मददगार साबित हो सकेगा।
प्रदेशस्तरीय इस योजना के तहत नागौर में भी जल्द ही ट्रेफिक पार्क स्थापित होगा। इसके लिए भूमि चयन की कवायद हो चुकी है। जिला कलक्टर के साथ हुई बैठक में नगर परिषद को करीब डेढ़ एकड़ भूमि आवंटित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। भूमि मिलने के बाद परिवहन विभाग पोल व चिह्न लगाने का काम शुरू करेगा। इसके बाद युवाओं व बच्चों को यहां ट्रेफिक रूल्स सिखाए जाएंगे।
पीली, लाल या हरी बत्ती जलने पर क्या करना चाहिए अथवा सड़क पर जेब्रा क्रॉसिंग है तो सड़क किस तरह पार करनी है आदि को लेकर यदि मन में संशय है तो इस पार्क में आकर सीख सकेंगे। इससे यातायात नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता आ सकेगी। लाइसेंस लेने से पहले भी आवेदक इस पार्क में अपनी समझ बढ़ा सकेंगे। स्कूली बच्चों को भी यहां यातायात का पाठ पढ़ाया जा सकेगा।
प्रदेशभर में ट्रेफिक पार्क डवलप किए जाएंगे। इससे लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता आएगी। नागौर में भूमि चयन किया जा रहा है। जल्द ही पार्क डवलप करने की योजना है।
– ओमप्रकाश चौधरी, जिला परिवहन अधिकारी, नागौर