सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने पिछले बजट में सुरक्षा-व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के साथ पुलिस की मदद के लिए ड्रोन कैमरे को जरूरी बताया था। अब हर सर्किल पर ड्रोन कैमरा होगा, पूरे जिले में नौ ड्रोन कैमरे की आवश्यकता जताते हुए एसपी राममूर्ति जोशी ने मुख्यालय को पत्र भेजा है। जल्द ही इसकी स्वीकृति मिलने के आसार हैं। जिले के भी वृत्त (सर्किल) को एक-एक ड्रोन कैमरा मिलेगा, ताकि उसके अधीन थाना इलाके में हुई किसी वारदात/सभा अथवा अन्य किसी अवांछनीय गतिविधि पर निगरानी के लिए यह सहजता से काम में लिया जा सके।
सूत्र बताते हैं कि ड्रोन कैमरे के जरिए पुलिस अब अपनी तीसरी आंख से किसी भी धरना,प्रदर्शन,सभा के साथ आंदोलन व तीज त्योहार पर जमा होने वाली भीड़ के अलावा जुलूस व शोभायात्रा, किसी राजनीतिक सभा पर असामान से नजर रखेगी। पुलिस की पैनी नजर से अवैध अतिक्रमण के साथ अवांछनीय गतिविधियां भी पकड़ में आ सकेंगी। बड़े आयोजनों में भीड़ पर नजर रखने के लिए पुलिस के पास सीसीटीवी कैमरे और फोर्स लगाने के अलावा अब तक कोई विकल्प नहीं था। ड्रोन कैमरे जब पुलिस को मिलेंगे तो उनसे पूरे कार्यक्रम/सभा धरना स्थल पर बारीकी से नजर रखी जा सकेगी। विधानसभा चुनाव को देखते हुए इनके जल्द ही पुलिस को मिलने की संभावना है।
कदम-कदम पर रहेंगे बड़े मददगार इससे प्रत्येक व्यक्ति की गतिविधियां रिकार्ड की जा सकेगी। जिसे कम्प्यूटर स्क्रीन पर देखकर तत्काल कार्रवाई हो सकेगी। ऊंची बिल्डिंगं पर चल रहीं गतिविधियां, संदिग्ध व्यक्तियों के अलावा भागते शातिर/वाहन का पीछा करेगा। कई बार धरना-प्रदर्शन/ आंदोलन के उग्र होने पर उपद्रवी ऊंची बिल्डिंग से भी पथराव करते हैं। इस प्रकार की घटना अक्सर सामने आती हैं, पथराव के लिए छतों पर पत्थर जमा कर लेते हैं, ऐसी किसी भी गड़बड़ी का पता लगाकर ड्रोन कैमरे के जरिए रोका जा सकेगा। इसके अलावा ड्रोन कैमरे से कार्यक्रम/सभा के आसपास के रास्तों पर लगने वाले जाम को देखकर तत्काल पुलिसकर्मियों को दिशा-निर्देश देकर इसे हटाया जा सकेगा।
इनका कहना कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस के मददगार होंगे, साथ ही प्रदर्शन/धरना समेत अन्य बड़े कार्यक्रम पर पैनी निगाह ड्रोन कैमरे के जरिए रखी जा सकेगी। अभी जिले में एक ही ड्रोन कैमरा है, नौ की और डिमाण्ड की गई है। यह हर सर्किल (वृत्त) के लिए होंगे।
-राममूर्ति जोशी, एसपी नागौर