scriptबकरा-बकरी पालकों की हो गई बल्ले-बल्ले | Now the goats and goat boys will get the benefit | Patrika News

बकरा-बकरी पालकों की हो गई बल्ले-बल्ले

locationनागौरPublished: Jun 03, 2018 10:26:03 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

पशुपालन विभाग पालकों व बकरी प्रजनन फार्र्मो से खरीदेगा उन्नत नस्ल के बकरा-बकरी, इसके लिए 15 जून तक मांगे आवेदन

Nagaur patrika

Now the goats and goat boys will get the benefit

नागौर. उन्नत नस्ल के बकरा-बकरी पालन करने वालों के लिए खुशखबरी है। अब नस्ल सुधार के लिए पशुपालन विभाग उनसे भी इसकी खरीद-फरोख्त करेगा। इसके लिए पालक व बकरी प्रजनन फार्मों को पहले विभाग में अपना पंजीकरण कराना पड़ेगा। इसके लिए फिलहाल समय सीमा 15 जून तक दी गई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि योजना का मुख्य उद्देश्य नस्ल सुधार के साथ ही स्थानीय स्तर पर इनको लाभान्वित करना है। ताकी यह प्रोत्साहित हो सकें। इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
बकरी-बकरा पालन रोजगार को प्रोत्साहित करने के साथ ही नस्ल सुधार के अभियान में पशुपालन विभाग अब ऐसे लोगों को अपने साथ जोड़ेगा। इसके लिए योजना के तहत सभी पालकों एवं फार्मों को पहले आवेदन करने के लिए कहा गया है। आवेदन किए जाने के बाद पशुपालन विभाग की ओर से गठित विशेष दल इनके यहां पले हुए बकरा-बकरी नस्ल की जांच के साथ ही इनकी पालन व्यवस्था को जांचेगा। सही पाए जाने पर ही इनको विभाग में अधिकृत पालक या फार्म के तौर पर पंजीकृत किया जएगा।
प्रोत्साहन के साथ ही नस्ल सुधार
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पशुपालन विभाग उन्नत नस्ल सुधार के लिए बकरा-बकरी की व्यापक संख्या में खरीद-फरोख्त कर इसे सब्सिडी की रियायत के साथ ही पालन के इच्छुक लोगों को वितरित करता रहता है। इसके लिए अक्सर निविदा आमंत्रित होने के साथ ही खरीद-फरोख्त बाहरी व दूरस्थ क्षेत्रों से करनी पड़ती है। इसमें न केवल समय ज्यादा लगता है, बल्कि व्यय भी अधिक हो जाता है। स्थानीय स्तर पर ही उन्नत नस्ल के बकरा-बकरी उपलब्ध रहेंगे तो सरकारी फार्म में इनकी अनुपलब्धता की स्थिति में इन्हीं पंजीकृत फार्म एवं पालकों से खरीद की जा सकेगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे न केवल इसके रोजगार से जुड़े लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि नस्ल सुधार में भी इनकी महती भूमिका रहेगी। इसके पालन से और भी ज्यादा लोग जुड़ सकेंगे।
इनका कहना है…
विभिन्न योजनाओं के तहत बकरा-बकरी पालक व प्रजनन फार्मस को विभाग सूचीबद्ध करेगा। इसके लिए 15 जून तक ऐसे लोगों से आवेदन मांगे गए हैं।
डॉ. छाजूराम मेहरड़ा, संयुक्त निदेशक पशुपालन नागौर

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