आज आपको कैसे याद आ गई
नागौर विधायक हबीबुर्रहमान भी पंचायत समिति के इस बोर्ड के साढे तीन साल के कार्यकाल में पहली बार बैठक में पहुंचे। विधायक को बैठक में उपस्थित देख सदस्य फूलचंद ने कहा कि आज आपको कैसे याद आ गई। इतने दिन बैठकों में क्यों नहीं आए। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही याद आ गई। इस पर विधायक ने कहा, मेरी मर्जी, मैं आ गया। सदस्य फूलचंद ने कहा कि आप आज तक कहां थे। जनता के लिए आपने क्या काम करवाया। विधायक ने कहा खूब काम करवाए हैं। गांवों में जाकर देखो। बैठक शुरू होने के कुछ समय बाद विधायक चले गए।
बिना रुपए लिए काम नहीं करती पटवारी
सदस्य फूलचंद ने कहा कि चेनार पटवारी ने हाल ही म्यूटेशन की एवज में 4 लाख रुपए लिए हैं। वह बिना रुपए लिए कोई काम नहीं करती है। पटवार घर में आती नहीं और नकल आदि लेने घर चले जाओ तो बीमारी का बहाना बनाती है, लेकिन 500 का नोट देते ही उसका बुखार उतर जाता है और वह साइन भी कर देती है। बार-बार अवगत करवाने के बावजूद प्रशासन पटवारी के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है। पटवारी की मनमर्जी से पूरा गांव परेशान है। सोहनलाल घंटियाला ने कहा कि पटवारी गांवों में मिलते ही नहीं है। कम से कम एक दिन तो तय कर उनको पटवार हलका में रहने को पाबंद कर दो, ताकि लोगों का काम हो सके।
एईएन को नोटिस देने का प्रस्ताव लिया
जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को रखकर शीघ्र समाधान की मांग की। ओमप्रकाश भादू ने कहा कि ग्राम रायधनु में पिछले दिनों दो छोटी बच्चियों के करंट आ गया था, जिसमें एक बच्ची की मौत हो गई दूसरी घायल है। जिस ट्रांसफर से दोनों बच्चियों को करंट आया वह 66 हजार रुपए की रिश्वत लेकर जेईन ने लगवाया था, लेकिन बाद में उसने तबादला करवा लिया। घटना के बाद नागौर एसीएम ने विभाग के एसई की मौजूदगी में पीडि़त के यहां कहा था कि वे ट्रांसफॉर्मर की राशि वापस दिलाएंगे, लेकिन आज तक पीडि़त परिवार को कोई सहायता नहीं मिली। नागौर शहर सहायक अभियंता के बैठक में नहीं पहुंचने पर उन्हें नोटिस देने का प्रस्ताव लिया।
नागौर के गांवों को निशुल्क पानी क्यों नहीं
बिजली, पेयजलापूर्ति, सडक़ आदि के प्रस्तावों पर चर्चा के दौरान सदस्यों ने विभागीय अधिकारियों के बैठक में नहीं आने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जब जिम्मेदार अधिकारी नहीं आते तो बैठक का क्या फायदा, समस्या किसे बताएं। अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भेज देते हैं जो जवाब देने में समक्ष नहीं है। ऐसे में समस्या किसे बताएं। नहरी जल परियोजना के अधिकारियों के बैठक में नहीं आने पर प्रधान सेन ने एसई को फोन कर कहा कि जायल क्षेत्र में मीठा नहरी पानी नि:शुल्क दिया जा रहा है तो नागौर के गांवों में पानी क्यों नहीं दिया जा रहा।
स्कूलों में नहीं होती पढाई
अलाय सरपंच सुमन कोचर में कहा कि स्कूलों में अध्यापक बच्चों को सही तरीके से नहीं पढा रहे हैं। अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कर वस्तु स्थिति का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। सार्वजनिक निर्माण विभाग के एईएन शिवराम मीणा ने नई स्वीकृत व मरम्मत योग्य सडक़ों की जानकारी दी। जिला परिषद सदस्य सुनील आर्य ने सर्वाधिक प्रसव वाले रायधनु उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए एंबुलेंस लगाने की बात रखी। जोधियासी सरपंच करण सिंह ने कहा कि पंचायत में आठ महीने से बिजली कनेक्शन बकाया है। जर्जर आंगनवाड़ी की मरम्मत करवाने, नई सडक़ें बनाने, विद्युत कनेक्शन देने, पेयजलापूर्ति समस्या का समाधान करने पर चर्चा की गई।