यह विद्यालय भवन 50 साल से ज्यादा पुराना है ,उस वक्त प्राथमिक स्तर की शिक्षा के हिसाब से कमरे बने थे। वर्तमान दौर के हिसाब से सीनियर स्कूल के कमरे बड़े होने चाहिए ।इसीलिए प्रशासन से हमारा अनुरोध है कि पूरे विद्यालय भवन के पुराने कमरों की जगह सभी कमरे वापस नए सिरे से बनाए जाने पर ही समस्या का समाधान होगा ।
फोटो कैप्शन आर एल 220701 रूण. पूर्व सरपंच और एडवोकेट परसराम चौधरी
यह विद्यालय नाम का आदर्श विद्यालय रह गया है, वर्षों पुराने इस विद्यालय को सही कराना बेहद जरूरी हो गया है ।इसके लिए सभी ग्रामीण तन ,मन, धन से सहयोग देने के लिए भी तैयार हैं।
इनका कहना है
स्कूलों में पुराने कार्यों की स्वीकृति नहीं आती हैं ,समसा के तहत नए कार्यों की स्वीकृति ही आती है, इसीलिए इस स्कूल में दूसरे मद से भामाशाह और प्रशासन मिलकर 60-40 के अनुपात से इस भवन की मरमत करा सकते हैं। फिर भी इस स्कूल के नए भवन के प्रस्ताव आते हैं तो हम जरूर उच्च अधिकारियों की राय लेकर सहयोग करेंगे।
अति.मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी हरीराम भाटी नागौर