डीवाईएसपी मीणा ने बताया कि ब्लाईण्ड मर्डर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। लेकिन जैसा की हमने वादा किया था वो पूरा किया और हत्या का खुलासा कर दिया। एसपी के निर्देश पर घटना के तुरंत बाद वारदात का पर्दाफाश करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया। इन टीमों ने घटनास्थल के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ की। साथ ही 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चैक किए। संदिग्ध व नशेड़ी करीब 150 व्यक्तियों से पूछताछ की गई। इनमें दो आदतन नशेड़ियों से पूछताछ में हत्या को अंजाम देना कबूला। वहीं वृद्धा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी पुष्टि हुई कि मौत से पहले वृद्धा ने खाना खाया था, जबकि वारदात स्थल पर थाली में खाना परोसा हुआ था। ऐसे में पुलिस को इस बात की पुष्टि हो गई कि हत्यारा कोई परिचित ही था और जरूर वह घर आए होंगे तो वृद्धा ने उन्हें खाना परोसा होगा।
पहले तौलिये से गला घोंटा, फिर चाकू से रेंता
पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि दोनों हत्यारों ने महिला को मौत के घाट उतारने और गहने लूटने के बाद भागकर शराब पार्टी की थी। दरअसल, आरोपी अनिल और ओमप्रकाश दोनों आदतन नशेड़ी है। वृद्धा अक्सर दोनों को कहती थी शराब पीकर घर वालों को बर्बाद कर दिया, क्यों पीते हो… ऐसे में यह नसीहत भी दोनों को अखर रही थी और नशा करने के लिए रुपए का भी इंतजाम करना था। इसीलिए दोनों ने वृद्धा के मर्डर का प्लान बनाया था।