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डेढ़ माह पहले लबालब भरे तालाब रीतने लगे

locationनागौरPublished: Sep 23, 2021 05:16:37 pm

Submitted by:

Rudresh Sharma

एक दशक पहले 12 मास रहता था तालाब में पानी

Naguar News

चौसला. डेढ़ माह बाद इसी तालाब में नाम मात्र रहा पानी।

चौसला. एक दशक बाद तीन अगस्त को दोपहर बाद अच्छी बारिश होने से गांव के बीच स्थित दोनों तालाब लबालब भर गए थे, लेकिन डेढ़ माह बाद ही रीत गए। प्राथमिक विद्यालय के सामने वाले तालाब में तो थोड़ा बहुत पानी है, लेकिन ग्राम पंचायत के सामने वाले तालाब में नाम मात्र पानी बचा है। लोगों का कहना है कि मनरेगा के तहत तालाब के पैंदे की खुदाई करने से पानी जल्दी रीत गया। गौरतलब है कि एक दशक पहले पंचायत के सामने वाले तालाब में 12 मास पानी भरा रहता था। सार्वजनिक कुएं में भरपूर पानी होने से खेळी-कोठा भरने के बाद प्रतिदिन पानी बहकर तालाब में जाता था। जितना पानी रोज सूखता उतना भर जाता था, लेकिन कुएं का जलस्तर गहराने से अब खेळी-कोठा भरना भी मुश्किल हो गया है। हां, अबकि बार तालाब भरने से आस-पास के कुओं का आठ से दस फीट तक जलस्तर बढ़ा है, लेकिन अब तालाबों में पानी रीतने से जलस्तर ज्यादा दिनों तक नहीं रह पाएगा। तालाब लबालब भरे तब किसानों को रबी फसल करने की उम्मीद जगी थी। मगर डेढ़ माह में पानी सूखने से उम्मीद धूमिल हो रही है।
आ सकती है जलसंकट की नौबत
एक बार और जोरदार बारिश नहीं हुई तो रबी फसल करना तो दूर गर्मियों में मवेशियों के लिए जलसंकट उत्पन्न हो सकता है। सांभर झील में पानी की अच्छी आवक हुई। इससे आस-पास के क्षेत्र के कुएं भी रिचार्ज हो रहे हैं, लेकिन दीपावली बाद नमक उत्पादन शुरू होते ही अवैध जलदोहन से जल्दी पानी सूख जाएगा। आस-पास के सैकड़ों गांवों में पानी का सबसे बड़ा जलस्रोत सांभर झील है। जिसमें इस बार पानी की अच्छी आवक होने से विदेशी मेहमान सर्दियों से पहले ही आ गए हैं।
लूणवां तालाब में नहीं पानी की आवक
अतिशय दिगम्बर जैन मंदिर के पीछे शिव सागर तालाब अच्छी बारिश के बाद भी खाली रह गया। पानी आवक के मार्ग अवरूद्ध रहने से भर नहीं पाया। जिसका खामियाजा लोगों को गर्मियों में जलसंकट के रूप में भुगतना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार दो दशक पहले हर साल तालाब पानी से लबालब भर जाता था। तब मवेशियों के लिए पूरे साल जलसंकट नहीं रहता था, दूसरी ओर तालाब की पाल पर मीठे पानी का कुआं पूरे गांव की प्यास बुझाता था। अब भी गांव की कई महिलाएं सुबह-शाम बाल्टी-रस्सी से पानी निकालकर पीते है।
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