अकरम खां एजेंट के साथ बुकी भी है। सट्टे में कोडवर्ड का इस्तेमाल इतने तरीके से करता है कि पुलिस उसके धंधे के सूत्र को समझ न सके। ये इसमें काफी एक्सपर्ट है। दरअसल ग्राहक उपलब्ध कराने की ड्यूटी इसके अन्य साथियों की है। बतौर कमीशन आईपीएल में कई लोग इससे जुड़े हुए हैं। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है। बताया जाता है कि सट्टा लगाने वाले दो शब्द उखाया और लगाया का इस्तेमाल करते हैं। यानी किसी टीम को फेवरेट माना जाता है तो उस पर लगे दाव को लगाया कहते हैं। ऐसे में दूसरी टीम पर दाव लगाना हो तो उसे खाया कहते हैं। मैच की पहली गेंद से लेकर टीम की जीत तक भाव चढ़ते-उतरते हैं। एक लाख को एक पैसा, 50 हजार को अठन्नी, 25 हजार को चवन्नी कहा जाता हैं। जीत तक भाव चढ़ते-उतरते हैं। अगर किसी ने दाव लगा दिया और वह कम करना चाहता है, तो इसी कोड में बात करनी पड़ती है। गौरतलब है कि करीब साढ़े चार महीने पहले चेनार के तत्कालीन सरपंच बल्लू उर्फ योगेन्द्र सोलंकी और उसके साथी पंकज को भी सट्टेबाजी में पकड़ा गया था।