‘परमात्मा निराकार एवं सर्वत्र व्याप्त’
नागौरPublished: Nov 12, 2018 09:19:11 pm
भाटीपुरा में 9 दिवसीय श्रीराम कथा प्रवचन
मकराना . कथावाचक महेश महाराज ने कहा कि परमात्मा का कोई रूप, रंग, आकार अथवा रहने का स्थान नही है। परमात्मा सर्वत्र व्याप्त है तथा जब भी अपने भक्त को परेशान देखते हैं, उसकी परेशानी को दूर करने के लिए तत्काल वहां अपने रूप में आ जाते हैं। वे भाटीपुरा में 9 दिवसीय श्रीराम कथा में प्रवचन कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान भक्त के इतने अधीन है कि अपने वचन को ध्यान में रखते हुए भक्त का मान रखने के लिए उसके यहां पुत्र के रूप में जन्म लेने से भी परहेज नही करते। कथा प्रसंग के अनुसार उन्होंने कहा कि परमात्मा भाव के भूखे हैं, उन्हें घमण्ड अथवा छल कपट नही सुहाता। उनका भक्त गलत मार्ग पर चलने लगता है तो परमात्मा उसे सही मार्ग पर लाने में भी देर नही लगाते। नारद प्रसंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब एक बार ऋषि नारद को कामदेव पर विजय प्राप्त करने का अभिमान हो गया तो अपने भक्त को सद्मार्ग दिखाने के लिए परमात्मा ने नारद को हरि रूप देकर उनके अभिमान को समाप्त कर सही मार्ग दिखाया। संगीत के साथ भजनों की प्रस्तुतियां देकर श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। रामजन्म प्रसंग के समय बालस्वरूप में भगवान श्रीराम की सजीव झांकी भी सजाई गई। कथा प्रतिदिन प्रात: 11.30 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक हुई।