दूसरी ओर रोल कस्बे के आसपास की सीमा से लगते सभी गांवों के किसानों को फसल खराबे पर बीमा क्लेम की राशि प्राप्त हो चुकी है, लेकिन रोल राजस्व गांव में पटवारी ने फसल खराबे का आंकलन घर बैठे कर बीमा कम्पनी के पक्ष में कर दिया, जिससे नाराज किसानों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया है।
धरना स्थल पर पहुंचे जायल तहसीलदार अमीलाल मीणा व कृषि उपनिदेशक हरीश मेहरा को किसानों ने बताया कि फसल खराबे का आंकलन झूठा है । इस पर तहसीलदार ने फसल आंकलन में नामजद किसानों से बयान लिए, किसान बाबूलाल डिडेल, प्रेमसुख भाकर, किशोरराम डिडेल,मामून, रसीद ,बाबूलाल शर्मा व अन्य 16 किसानों ने लिखित में बयान देकर बताया कि रोल पटवारी रविंद्र कुमार ने घर बैठे ही किसानों के जाली हस्ताक्षर कर रिपोर्ट बनाकर भेज दी। जिन किसानों के खेत में कपास की फसल बोई हुई थी उन किसानों के ज्वार बाजरा व अन्य फसलें बताकर झूठी रिपोर्ट पेश कर दी और नुकसान की जगह अच्छी फसल पैदावार होना बता दिया। इसके कारण फसल खराबे के बावजूद भी किसानों को बीमा क्लेम नहीं मिला। इसे लेकर आक्रोशित किसानों ने रोल पटवार घर के सामने धरना शुरू किया है। किसानों का आरोप है कि पटवारी ने बीमा कंपनी से मोटी रकम लेकर गलत रिपोर्ट पेश की। किसानों को अतिवृष्टि से हुआ नुकसान भी मुनाफे का बताकर पेश किया गया है जिससे यह प्रमाणित होता है कि पटवारी व बीमा कम्पनी के बीच बड़ी मिलीभगत है।
पटवारी करता रहा गुमराह, नाराज किसानों ने दिया धरना तो खुली पोल
पटवारी करता रहा गुमराह, नाराज किसानों ने दिया धरना तो खुली पोल
किसानों को जब आसपास के गांवों में बीमा क्लेम आने की सूचना मिली तो उन्होंने रोल पटवारी से इस संबंध में पूछताछ की। पटवारी ने ग्रामीणों को बताया कि रोल बड़ा कस्बा है इसलिए उनका बीमा क्लेम 10 अप्रेल तक आ सकता है । उसने रोल में अतिवृष्टि से फसल खराबे की रिपोर्ट भेजी है। क्लेम धीरे-धीरे आएगा ,लेकिन क्लेम नहीं आने पर नाराज किसानों ने पटवार घर के सामने धरना शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर नागौर से कृषि अधिकारी व जायल तहसीलदार मौके पर पहुंचे । उन्होंने पटवारी द्वारा भेजी गई क्रॉप कटिंग की रिपोर्ट पेश की तो वहां उपस्थित किसान अचंभित रह गए,क्योंकि पटवारी की जिस रिपोर्ट में किसानों के खेत में ग्वार मूंग बताया गया दरअसल उनके यहां कपास की फसल बोई गई थी।
राज्य सरकार ने माना खराबा पटवारी ने बताई अच्छी पैदावार
राज्य सरकार ने माना खराबा पटवारी ने बताई अच्छी पैदावार
खरीफ फसल में राज्य सरकार ने सम्पूर्ण जायल तहसील को अतिवृष्टि व अकाल ग्रस्त माना है वहीं रोल राजस्व गांव को 50 से 75 प्रतिशत फसल खराबे की श्रेणी में रखकर फसल खराबे का मुआवजा देने की घोषणा की है । रोल गांव की सीमा लगते गावों के पटवारियों ने इस आधार पर फसल खराबे का आंकलन सही करके खराबा माना, लेकिन रोल के पटवारी ने गलत रिपोर्ट पेश कर किसानों को नुकसान व बीमा कम्पनी को फायदा पहुंचाने की कोशिश की है।
इस मामले में रोल सरपंच मनफूल सिंह डिडेल व किसान सभा के रामप्रसाद जाट व अन्य किसानों ने जायल विधायक से मामला संज्ञान में लेकर किसानों को बीमा क्लेम दिलाने व पटवारी पर गलत रिपोर्ट तैयार करने पर कार्यवाही की मांग की है। इस दौरान खेराज राम पट्टीदार, ओमप्रकाश डिडेल, मनीराम भाकर, राजू डिडेल, रामनारायण डिडेल,व अन्य किसान मौजूद रहे
इस मामले में रोल सरपंच मनफूल सिंह डिडेल व किसान सभा के रामप्रसाद जाट व अन्य किसानों ने जायल विधायक से मामला संज्ञान में लेकर किसानों को बीमा क्लेम दिलाने व पटवारी पर गलत रिपोर्ट तैयार करने पर कार्यवाही की मांग की है। इस दौरान खेराज राम पट्टीदार, ओमप्रकाश डिडेल, मनीराम भाकर, राजू डिडेल, रामनारायण डिडेल,व अन्य किसान मौजूद रहे
मौके पर पहुंचे शंकरलाल सियाग, सीताराम फरड़ौदा श्रवण जाटोलिया ने दूसरे किसानों के बयान लेकर बताया कि रिपोर्ट से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया जाएगा।