मदनलाल ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि समाज में कन्या जन्म को हेय दृष्टि से देखा जाता है, लेकिन उनके परिवार की शुरू से ही सोच अलग रही है। उन्होंने कहा कि समाज के लिए अनुकरणीय उदाहरण पेश करने व कन्या जन्म को उत्सव के रूप में मनाने के लिए उन्होंन पौती रिया को हेलीकॉप्टर में उसके ननिहाल से गांव लाकर दुर्गा नवमी के दिन गाजे बाजे के साथ गृह प्रवेश कराया जाएगा। पिता हनुमानराम प्रजापत ने बताया कि उसकी दो महीने की बेटी रिया को हेलीकॉप्टर में गांव लाकर समाज के सामने यह उदाहरण पेश कर रहे हैं कि कन्या के जन्म को उत्सव के रूप में मनाया जाए। दुखी होने की बजाय खुश होना चाहिए।
तैयारियां पूर्ण
रिया को ननिहाल हरसोलाव से निम्बड़ी चांदावतां लाने को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। हनुमानराम ने बताया कि विशेषज्ञों से सलाह के बाद उन्होंने स्वयं ही 50 वर्ग मीटर का हेलीपेड अपने खेत में तैयार किया है। वहां बुधवार सुबह साढे सात बजे जयपुर से आ रहा हेलीकॉप्टर उतरेगा। उसमें सवार होकर वे बेटी रिया व उसकी मां को लेने अपने ससुराल हरसोलाव जाएंगे। वहां से दोपहर में वापस गांव पहुंचेंगे।
यादगार होगा पल
पुरुष प्रधान समाज में विज्ञान की सहायता से प्रसव पूर्व विभिन्न प्रकार की जांचें परीक्षण करवाकर कन्या भ्रूण हत्या करवा दी जाती है। वहीं जन्म के बाद भी कई परिवारों में बेटियों को बेटों के समान हक नहीं मिल पाता है। दूसरी ओर एक परिवार में कन्या जन्म पर अनोखे तरीके से खुशी मनाई जा रही है। दादा ने कन्या के गृह प्रवेश के लिए हेलीकॉप्टर मंगवाया है जो एक यादगार पल होगा।
– निम्बडी चांदावता से हरसोलाव की दूरी- 30 किलोमीटर बाइ रोड
– हेलीकॉप्टर को पहुंचने में लगेगा- 20 मिनट का समय
– सुबह 7.15 पर रवाना होगा
– दोपहर- 2.15 पर वापस लौटेगा
– किराया- 4 लाख 50 हजार रुपए
– जयपुर से मंगवाया गया है।