नागौरPublished: Jul 23, 2021 09:52:21 pm
Sharad Shukla
Nagaur. संत लिखमीदास महाराज जयंती-गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में चल रहे तीन दिवसीय समारोह के तहत दूसरे दिन शुक्रवार को ताऊसर स्थित संत लिखमीदास महाराज पार्क में विभिन्न किस्म के पौधे लगाए
Nagaur. Sant Likhmidas Maharaj planting saplings in the park
नागौर. संत लिखमीदास महाराज जयंती-गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में चल रहे तीन दिवसीय समारोह के तहत दूसरे दिन शुक्रवार को ताऊसर स्थित संत लिखमीदास महाराज पार्क में विभिन्न किस्म के पौधे लगाए गए। पौधे लगाए जाने के दौरान इनका अर्चन किया गया। यह पौधरोपण सैनिक क्षत्रिय माली संस्थान के पूर्व मंत्री रामनिवास सांखला की पहली पुण्यतिथि पर सांखला परिवार के सहयोग से किया गया। जमासर स्थित मुक्तिधाम में भी पौधे लगाए गए। इसमें सांखला परिवार जमासर का सहयोग रहा। चुन्नीलाल सैनी, संस्थान के सहमंत्री हरीश चंद्र देवड़ा, कार्यकारिणी सदस्य धर्मेन्द्र सोलंकी, आईदान राम भाटी , कृपाराम भाटी , अमरपुरा संस्थान के कोषाध्यक्ष कमल भाटी , मनीराम सांखला , बालकिशन भाटी, शिवजीराम सांखला , प्रेम राज , पूनमचंद भाटी , रामकुमार कच्छावा आदि थे। 24 जुलाइ्र को संत लिखमीदस महाराज की जयंती अमरपुरा स्थित स्मारक स्थल पर मनाई जाएगी।
सामाजिक एकता पर दिया गया बल
नागौर. सेवा भारती की ओर से स्वालंबन आयाम के तहत बड़ली मोहल्ले में हीरालाल को समारोहपूर्वक हाथ ठेला नि:शुल्क उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर महंत जानकीदास महाराज ने इस अवसर पर कहा कि जिस प्रकार शरीर के सभी अंग एक समान होने पर शरीर स्वस्थ रहता है ठीक उसी प्रकार संपूर्ण हिंदू समाज एक समान ही होना चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत सेवा प्रमुख नटवरराज ने इस अवसर पर कहा कि सेवा भारती का उद्देश्य समाज के हर नागरिक को स्वावलंबी बनाना है इसलिए सभी कार्यकर्ताओं को इस दिशा में सकारात्मक ऊर्जा के साथ कार्य करके समाज को आगे लाना है। बड़ली आश्रम के स्वामी हरिनारायण ने भी सामाजिक एकता पर प्रकाश डाला। इस दौरान सेवा भारती के विभाग अध्यक्ष उम्मेदराज शर्मा, सेवा भारती के जिला अध्यक्ष रामकुमार भाटी, बंसीवाल नवयुवक विकास समिति के अध्यक्ष कन्हैयालाल बंसीवाल, चेनाराम कच्छावा, राजेंद्र फुलवरिया, लूणाराम फुलवरिया, तुलसीराम बंसीवाल, अरविंद बंसीवाल, सेवा भारती के कार्यकर्ता ताराचंद बंसीवाल, गिरधारी लाल बंसीवाल, पवन बंसीवाल, रामनिवास फुलवरिया, हेमाराम फुलवरिया, पदमाराम माली, विश्व हिंदू परिषद के मेघराज राव आदि मौजूद थे।