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अस्पताल की छत से चार साल के बच्चे पर गिरा प्लास्टर, मची अफरा-तफरी

locationनागौरPublished: Sep 25, 2018 05:15:49 am

Submitted by:

rohit sharma

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Plaster dropped on four-year-old baby

अस्पताल की छत से चार साल के बच्चे पर गिरा प्लास्टर, मची अफरा-तफरी

नागौर.
जिला हॉस्पिटल राजकीय जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में करीब नौ करोड़ 75 लाख की लागत से नवनिर्मित मदर एण्ड चाइल्ड विंग भवन निर्माण में तकनीकी एवं सामाग्री की गुणवत्ता में हुए घालमेल के अब भयावह परिणाम सामने आने लगे हैं। सोमवार को चाइल्ड विंग के चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती तीन से चार साल के बच्चे के ऊपर छत का प्लास्टर गिर पड़ा। प्लास्टर गिरते ही जोरदार आवाज हुई, और बच्चा भी काफी डर गया। प्लास्टर की आवाज व बच्चे की चीख सुनकर मौके पर पहुंचे लोग एकत्रित हो गए। इस घटना से वहां भर्ती अन्य बच्चों के परिजन में हडकंप के साथ अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद भी एनएचएम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई, जबकि हालात अब और बिगड़ते नजर आने लगे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों का अस्पताल जैसी संवेदनशील जगहों पर कर्तव्यों के प्रति उदासीन होना समझ से परे रहा है। घटना के संबंध में अस्पताल प्रशासन की ओर से एनएचएम के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अस्पताल के पीएमओ डॉ. वी. के. खत्री का कहना है कि इस संबंध में जांच चल रही है। मामले में जयपुर में पदास्थापित एसई सुनील सक्सेना से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वह पता कर बताते हैं। उल्लेखनीय है कि गत छह सितंबर को जांच के दौरान एसीबी इस भवन के नमूने तो ले गई। एसीबी के उपाधीक्षक जाकिर अख्तर का कहना है कि फोरेंसिक रिपोर्ट मिलने पर ही आगे जांच हो पाएगी।
फोरेंसिक रिपोर्ट आने तक कोई जांच नहीं होगी

कुल मिलाकर भवन की स्थिति को लेकर वहां पर भर्तियों के परिजन जहां अनजानी आशंकाओं से भयभीत हैं, वहीं अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैें। जवाहरलाल नेहरू राजकीय चिकित्सालय परिसर में करोड़ों की लागत से बनी मदर एण्ड चाइल्ड विंग भवन निर्माण में हुई गड़बडिय़ों की कलई खुलने लगी है। इसके बाद भी सोए हुए जिम्मेदार कार्रवाई करने की जगह अनहोनी का इंतजार कर करने में लगे हुए हैं। हालांकि गड़बडिय़ों की शिकायत के बाद जांच के लिए पहुंची एसीबी टीम यहां से आधा दर्जन से अधिक भवन के दीवारों एवं छतों आदि के नमूनों को लेकर गई थी, लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट आने तक कोई जांच नहीं होगी, भले ही अस्पताल परिसर में कोई अनहोनी हो जाए।
इनका कहना है…

प्रकरण की जांच चल रही है। रोगियों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।

डॉ. वी. के. खत्री पीएमओ, जेएलएन नागौर

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