अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई
घटना की जानकारी मिलने के बाद भी एनएचएम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई, जबकि हालात अब और बिगड़ते नजर आने लगे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों का अस्पताल जैसी संवेदनशील जगहों पर कर्तव्यों के प्रति उदासीन होना समझ से परे रहा है। घटना के संबंध में अस्पताल प्रशासन की ओर से एनएचएम के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अस्पताल के पीएमओ डॉ. वी. के. खत्री का कहना है कि इस संबंध में जांच चल रही है। मामले में जयपुर में पदास्थापित एसई सुनील सक्सेना से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वह पता कर बताते हैं। उल्लेखनीय है कि गत छह सितंबर को जांच के दौरान एसीबी इस भवन के नमूने तो ले गई। एसीबी के उपाधीक्षक जाकिर अख्तर का कहना है कि फोरेंसिक रिपोर्ट मिलने पर ही आगे जांच हो पाएगी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद भी एनएचएम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई, जबकि हालात अब और बिगड़ते नजर आने लगे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदारों का अस्पताल जैसी संवेदनशील जगहों पर कर्तव्यों के प्रति उदासीन होना समझ से परे रहा है। घटना के संबंध में अस्पताल प्रशासन की ओर से एनएचएम के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अस्पताल के पीएमओ डॉ. वी. के. खत्री का कहना है कि इस संबंध में जांच चल रही है। मामले में जयपुर में पदास्थापित एसई सुनील सक्सेना से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। वह पता कर बताते हैं। उल्लेखनीय है कि गत छह सितंबर को जांच के दौरान एसीबी इस भवन के नमूने तो ले गई। एसीबी के उपाधीक्षक जाकिर अख्तर का कहना है कि फोरेंसिक रिपोर्ट मिलने पर ही आगे जांच हो पाएगी।
फोरेंसिक रिपोर्ट आने तक कोई जांच नहीं होगी कुल मिलाकर भवन की स्थिति को लेकर वहां पर भर्तियों के परिजन जहां अनजानी आशंकाओं से भयभीत हैं, वहीं अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ति कर किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे हैें। जवाहरलाल नेहरू राजकीय चिकित्सालय परिसर में करोड़ों की लागत से बनी मदर एण्ड चाइल्ड विंग भवन निर्माण में हुई गड़बडिय़ों की कलई खुलने लगी है। इसके बाद भी सोए हुए जिम्मेदार कार्रवाई करने की जगह अनहोनी का इंतजार कर करने में लगे हुए हैं। हालांकि गड़बडिय़ों की शिकायत के बाद जांच के लिए पहुंची एसीबी टीम यहां से आधा दर्जन से अधिक भवन के दीवारों एवं छतों आदि के नमूनों को लेकर गई थी, लेकिन फोरेंसिक रिपोर्ट आने तक कोई जांच नहीं होगी, भले ही अस्पताल परिसर में कोई अनहोनी हो जाए।
इनका कहना है… प्रकरण की जांच चल रही है। रोगियों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे। डॉ. वी. के. खत्री पीएमओ, जेएलएन नागौर