नागौर

नागौर जेल में पुलिस की दबिश, एक घंटे चला सर्च अभियान

फलोदी, नीम का थाना के डिप्टी जेलर और सिरोही के जेलर निलंबितजेल स्टाफ और बंदी भी पड़े अचरज में, सोचा लेडी डॉन को यहां लाने के लिए व्यवस्था जांचने आई है पुलिस की टीम

नागौरApr 04, 2021 / 12:18 pm

Rudresh Sharma

Police rage in Nagaur jail, search operation conducted for one hour

नागौर. जेल में मोबाइल सहित अवांछनीय सामग्री की तलाश को लेकर शनिवार को स्थानीय पुलिस ने दबिश दी। एएसपी राजेश मीना, सीओ विनोद कुमार सीपा के साथ तहसीलदार समेत पुलिस बल ने करीब एक घंटे तक सघन तलाशी अभियान चलाया। हालांकि यहां से कुछ अवांछनीय वस्तु नहीं मिली।
उधर, जेलों में कई महीनों से चल रहे ऑपरेशन फ्लश आउट में कोताही बरतने पर सिरोही के जेलर व दो डिप्टी जेलर शनिवार को ही निलंबित किए गए। बताया जाता है कि इनकी जेलों में मिलीभगत से बंदियों को मोबाइल व अन्य अवांछनीय वस्तु उपलब्ध कराई जा रही थी।
बताया जाता है इसी के चलते जेल डीजी राजीव दासोत के निर्देश पर नागौर जिला जेल में स्थानीय प्रशासन ने छापा मारा। शुरुआती दौर में तो जेल कार्मिक और बंदी ही माजरा नहीं समझ पाए। कुछ ने तो यह समझा कि लेडी डॉन अनुराधा की गिरफ्तारी हो चुकी है और शायद उसे यहां भेजने के लिए व्यवस्था देखने पुलिस
आई है।

सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन फ्लश आउट में कोताही बरतने पर सिरोही के जेलर राजूराम, उपकारागृह नीम के थाना के डिप्टी जेलर विक्रम सिंह और फलोदी उप कारागृह के डिप्टी जेलर सत्येन्द्र को शनिवार को कोताही बरतने पर निलंबित किया गया। सिरोही जेल में स्थानीय प्रशासन की औचक तलाशी में अफीम और ब्लूटूथ मिला, वहीं फलोदी व नीम का थाना में मोबाइल व सिम बरामद किए गए। करीब पांच महीने से सभी जेलों में ऑपरेशन फ्लश आउट अभियान चल रहा है।
बावजूद इसके जोधपुर, बीकानेर के बाद इन कारागारों में इस तरह की गड़बड़ी मिलने से जेल मुख्यालय सक्रिय हो गया। जेल डीजी राजीव दासोत के निर्देश पर संभवतया शनिवार की सुबह पुलिस ने स्थानीय प्रशासन के साथ यहां दबिश दी।
सुबह नौ बजे दी दस्तक
सुबह करीब नौ बजे एएसपी राजेश मीना, सीओ विनोद कुमार सीपा के नेतृत्व में विभिन्न थानों का जाब्ता जेल पहुंचा। यहां मौजूद जेलर हनुमान सिंह और डिप्टी जेलर रामचंद्र प्रशासन की टीम को बैरकों में ले गई। यहां खाना-तलाशी ली गई। इस काम में जेल स्टाफ ने भी सहयोग किया।
बताया जाता है कि करीब एक घंटे तलाशी चली। इस दौरान कुछ बंदी खाना बनाते मिले तो कुछ स्नान-ध्यान के साथ पूजा में व्यस्त थे। अचानक पुलिस लवाजमे को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित था। तलाशी में कुछ भी अवांछनीय नहीं पाया गया। महिला कांस्टेबल ने महिला बंदी के बैरक की तलाशी ली। गौरतलब है कि नागौर जिला जेल में ऑपरेशन फ्लश आउट करीब साढ़े चार महीने से रोजाना चल रहा है, लेकिन अभी तक कुछ भी आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली।
पकड़े गए खूब मोबाइल
सूत्रों के अनुसार ऑपरेशन फ्लश आउट के साथ सघन तलाशी अभियान में भी काफी मोबाइल बरामद किए गए हैं। 31 मार्च तक यानी करीब चार महीने में 137 मोबाइल, 90 सिम कार्ड, 33 चार्जर, 22 ईयर फोन, 19 डेटा केबल के अलावा अफीम-चरस, गांजा, तम्बाकू, बीड़ी-सिगरेट मिली है।
इनका कहना
उच्च स्तर से मिले निर्देश पर टीम के साथ सुबह जेल पहुंचा। टीम के साथ सभी बैरक में तलाशी ली, कुछ भी गलत नहीं पाया गया।
राजेश मीना, एएसपी नागौर
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.