समर्पित भाव से कार्य करें महासभा के अध्यक्ष ओमप्रकाश जोशी ने कहा कि हमें खुद की समस्या का समाधान स्वंय करना होगा, दूसरा नहीं कर सकता। समर्पित भाव से कार्य कर समाज को आगे बढ़ाना चाहिए। समारोह में पूर्व वित्त राज्यमंत्री हरिमोहन शर्मा, पूर्व आईपीएस मनमोहन शर्मा, शिवलाल जोशी, पूर्व आईजी बीएसएफ के.सी शर्मा, नरेन्द्र शर्मा, सीताराम जोशी, भागीरथ शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर हरिगोपाल उपाध्याय, सुनील तिवाड़ी, नीलेन्द्र शर्मा, आशीष गौतम, भागीरथ शर्मा, नारायणप्रसाद उपाध्याय, प्रभुदयाल, केसी शर्मा, प्रकाश जाजड़ा, महेन्द्र कुमार, मोहनलाल पंचारिया, ओमप्रकाश जोशी, शिवदयाल बच्छ, श्यामसुन्दर शर्मा, एडवोकेट भीकमचंद सहित नागौर, जयपुर , नोखा, बीकानेर , उदयपुर सहित कई राज्यों से समाज के लोगों ने भाग लिया।
गरीब बच्चों की शिक्षा पर खर्च करना पुनीत कार्य समारोह में बजरंगदास महाराज ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा बिना जीवन अधूरा है। मंदिरों में दान करने के वजाय जरूरतमंद या गरीब बच्चों की पढ़ाई पर खर्च करना चाहिए। यदि कोई बच्चा इस सहायता राशि से पढ़ लिखकर कामयाब होता है तो इससे बड़ा पुनीत कार्य दूसरा नहीं हो सकता। ब्राह्मण को गोसेवा का बीड़ा उठाना होगा। संत ने कहा कि सेवा करने से तन की शुद्धि,भगवान का नाम जपने से मन व दान करने से धन की शुद्धि होती है।
असफलता ही सफलता की कुंजी पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने कहा कि समाज में प्रतिभाओं को सम्मान करने से छुपी हुई प्रतिभा बाहर आती है। बच्चों के दिलों में यह ख्याल आता है की जब ये सम्मानित हो सकते हैं तो हम क्यंू नहीं। प्रतिभाओं का सम्मान करने से समाज में मशाल जलती है। उन्होंने कहा कि युवा अपना लक्ष्य निर्धारित कर संकल्प लें कि उसे पूरा करेंगे और उसे पूरा करने में लग जाए। सफलता जरूर मिलेगी। पुलिस उप अधीक्षक ओमप्रकाश गौतम ने कहा कि समाज में लोगों द्वारा किए जा रहे कार्य काबिले तारीफ हैं। देश में फैल रही बुराईयों को भी खत्म किया जाए। समारोह के दौरान ट्रस्ट की ओर से भामाशाहों को प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।