कपड़े के थैले गायब
पहले जब लोग बाजार से सामान लेने के घरों से निकलते थे तो कपड़े का थैला हाथ में लेकर ही निकलते थे। अब थैले मिलना मुश्किल हो गया है। लोग कागज के थैली का उपयोग इसलिए नहीं करते क्योंकि उसमें हैंडल नहीं होता। फटने के डर के चलते लोग सुविधा को देखते हुए पॉलीथिन का ही उपयोग करते हैं।
हो सकती है जेल
नियमानुसार यदि प्रशासनिक कार्रवाई की जाए तो प्रतिबंधित पॉलिथीन थैलियों में सामग्री बेचते हुए पाए जाने के बाद आरोप सिद्ध होने पर एक साल की कैद व एक लाख के जुर्माने का प्रावधान है, लेकिन अब तक शहर में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों की उदासीनता का मजा व्यापारी ले रहे हैं।
इनका कहना
पॉलीथिन के उपयोग करने पर व्यापारियों पर समय समय पर कार्रवाई की जाती है। यदि बाजार में पुन: पॉलीथिन का प्रयोग बढ़ रहा है तो कार्रवाई अवश्य की जाएगी।
प्रदीप गौतम, स्वास्थ्य निरीक्षक नगरपालिका नावां।