नागौर. मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जिले के डॉक्टर्स को गांवों में जाना होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इसके लिए जागरुक करने के साथ ही ऐसे रोगों की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाने चाहिए। यह निर्देश जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने बुधवार को जिला स्वास्थ्य समिति में दिए। मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा आयुर्वेद विभाग सामूहिक रूप से मिलकर काम करें तो सफलता मिलेगी। जिले में मलेरिया के मरीज पाए गए स्थानों एवं क्षेत्रों में एंटी मलेरियल कदम उठाए जाने चाहिए। जिला मुख्यालय सहित जिले के शहरी इलाकों में स्थानीय निकाय विभाग की ओर से मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर की जाने वाली कार्रवाई में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम परस्पर समन्वय से काम करें। सरकारी एवं निजी विद्यालयों में बच्चों को साफ.-सफाई एवं मौसमी बीमारियों से बचाव व इसके लक्षणों के बारे में पूरी जानकारी दी जाए ताकि वे अपने घर व पड़ोसियों को भी प्रेरित कर सकेे।
हर घर में पहुंचेगा बीएसबीवाई कैशलेस पात्रता संदेश
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर युक्त बने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के कैशलेश पात्रता संदेश पत्र को पात्र परिवारों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। इससे लाभार्थियों को न केवल योजना की जानकारी मिलेगी, बल्कि वे पॉलिसी पत्र को हॉस्पीटल में भर्ती होने के दौरान दस्तावेज के तौर पर इस्तेमाल भी कर सकेंगे। इसका ब्लॉकवार वितरण भी शुरू कर दिया गया।
समय पर होना चाहिए भुगतान
जिला कलक्टर ने राजश्री योजना में संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित किए जाने के लिए इसका भुगतान समय पर होना जरूरी है। इसमें विलंब हुआ तो संबंधित प्रभारी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई भी होगी। समुचित टीकाकरण की रिपोर्ट पर नागौर जिले की बेहतर रिपोर्ट पर होने पर संतोष जताया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुकुमार कश्यप एवं अन्य खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट में और अधिक सुधार लाने के निर्देश दिए गए। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.् मुश्ताक अहमद ने जननी एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चैधरी ने परिवार कल्याण सेवाओं की प्रगति रिपोर्ट, एनएचएम के जिला कार्यक्रम प्रबंधक राजीव सोनी ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति रिपोर्ट व एपीडेमोलोजिस्ट साकिर खान ने जिले में संचालित एंटी मलेरियल एक्टिविटी के बारे में बताया। इसमें बैठक में जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. श्रवण राव, जेएलएन के पीएमओ डॉण् वी. के. खत्री, एनएचएम के जिला लेखा प्रबंधक जीवनपाल, नागौर के बीसीएमओ डॉ. महेन्द्रसिंह मीणा, डेगाना के बीसीएमओ डॉ. आर. के. सारण, जायल के बीसीएमओ डॉ. राजाराम शर्मा, लाडनूं के बीसीएमओ डॉ. राकेश जैन, मेड़ता के बीसीएमओ डॉ. सुशील दिवाकर, एनसीडी के जिला कार्यक्रम समन्वयक प्रेमशंकर शर्मा, जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल सहित जिले के सीएचसी प्रभारी मौजूद थे।