इनका कहना है
सरकारी भवन व स्कूल की क्षतिग्रस्त चारदीवारी की मरम्मत करवाने के लिए कई बार पंचायत प्रशासन को अवगत करा दिया, लेकिन ध्यान नहीं दे रहे है।
भीमराज शर्मा पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत चौसला.
नागौरPublished: Jan 11, 2019 06:50:47 pm
Pratap Singh Soni
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चौसला. सार-संभाल के अभाव में एक दशक से वीरान पड़ा सरकारी भवन।
चौसला. पुराने सरकारी भवनों की हो रही अनदेखी से बेशकीमती पक्के भवन वीरान होने लगे हैं। इनकी सार-संभाल के लिए न तो संबंधित विभाग ध्यान दे रहा है और न ही अन्य उपयोग के लिए काम आ रहे हैं। ऐसे में वो दिन भी दूर नहीं जब इन भवनों से भी मोहताज होना पड़े। क्योंकि जर्जर हो चुके ये भवन कभी भी गिर सकते है। करीब एक दशक से स्कूल के सामने लाखों रुपए की लागत से पटवार भवन, चिकित्सक कक्ष, कृषि पर्यवेक्षक भवन, विकास भवन तथा पंचायत के पांचों गांवों में 6 -7 जीएलआर वहीं लूणवां में कई सरकारी भवन बेकार पड़े हैं। यहां विद्यालय व आयुर्वेदिक औषद्यालय के पास वीरानी का दंश झेल रहे ये भवन व परिसर अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहे है। बताया जा रहा है कि सार-संभाल का जिम्मा ग्राम पंचायत का होने के बावजूद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इन भवनों के खिडक़ी दरवाजे गायब होने के बाद कचरा पात्र बन गए है। रात के समय आवारा मवेशियों का जमावड़ा रहता है। जिससे यहां दुर्गंध उठती रहती है।
इनका कहना है
सरकारी भवन व स्कूल की क्षतिग्रस्त चारदीवारी की मरम्मत करवाने के लिए कई बार पंचायत प्रशासन को अवगत करा दिया, लेकिन ध्यान नहीं दे रहे है।
भीमराज शर्मा पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत चौसला.