इसी सत्र से संस्था प्रधान-शिक्षक आएंगे ड्रेस कोड में नजर
नागौरPublished: Jun 01, 2018 11:24:47 am
राजस्थान पत्रिका एवं जिला प्रशासन की ओर से संयुक्त रूप से चल रही मुहिम में ड्रेस कोड सहित स्कूलों की बेहतरी के लिए बने 10 सूत्रों को अमलीजामा पहनाने के लिए संस्था प्रधान एवं शिक्षक खुद जुडऩे लगे हैं।
Now they will also get this education along with studies.
नागौर. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय देऊ के संस्था प्रधान व शिक्षकों ने ऐलान कर दिया है कि हम अपने स्कूल में इसी आने वाले सत्र से ही ड्रेस कोड में आएंगे। इसके लिए उन्हें सरकारी निर्देश की जरूरत नहीं है।
संस्था प्रधान व शिक्षक ड्रेस कोड में आए तो फिर निश्चित रूप से विद्यालय के बच्चे भी अनुशासन की राह पर चलेंगे, शैक्षिक वातावरण भी बेहतर होगा। अपनी इसी सोच के चलते विद्यालय के संस्था प्रधान धनराज खोजा व उनके स्टॉफ ने भामाशाहों की मदद से विद्यालय का नक्शा बदलकर रख दिया है। संस्था प्रधान का कहना है कि तिरंगे की शक्ल में रंगा शायद जिले का यह पहला विद्यालय है।
विद्यालय को हम बनाएंगे बेहतर
संस्था प्रधान धनराज खोजा ने बताया कि विद्यालय के अन्य शिक्षकों के साथ ड्रेस कोड सहित संस्थान की बेहतरी के लिए बने सभी दस सूत्रों पर विचार करने के लिए हुई बैठक में इस पर मंथन किया गया। अंतत: तय हुआ कि इस पर अमल करने से न केवल नौनिहालों को बेहतर शैक्षिक वातावरण मिलेगा, बल्कि स्कूल का रंग ही बदल जाएगा।
यह काम हुए विद्यालय में
भामाशाहों की मदद से विद्यालय में 100 स्टूल मिले। साढ़े तीन लाख की लागत से अत्याधुनिक बालिका शौचालय बना, रंग-रोगन कराया गया, और आठ लघुशंकालय बना। संस्था प्रधान खोजा ने बताया कि इसके अलावा स्कल परिसर का समतलीकरण कराने के साथ ही विद्यालय के सामने स्थित लगे सभी पिलर्स को तिरंगे की शक्ल में पेंट कराया गया। ताकि पूरा विद्यालय एक नजर से तिरंगे की शक्ल में ही नजर आए। इससे बच्चों को देशभक्ति प्रेरणा मिलेगी। इसके पहले राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खडक़ाली में भी तीन बड़े हाल एवं पानी की प्याऊ आदि का निर्माण कराया गया था।
संस्था प्रधान कहिन…
&राजस्थान पत्रिका एवं जिला प्रशासन की ओर से चल रही मुहिम वास्तव में सराहनीय है। शैक्षिक हित में किया गया यह प्रयास निश्चित रूप से शैक्षिक क्षेत्र में जिले के लिए एक नई पहचान के साथ मील का पत्थर साबित होगा। ड्रेस कोड सहित अन्य 10 सूत्रों की पालना से निश्चित रूप से सरकारी स्कूलों की सूरत बदल जाएगी। शिक्षकों खुद ही रोल मॉडल बनेंगे, तभी विद्यार्थियों का हित हो सकेगा। इसका संकल्प ले लिया गया है।
धनराज खोजा, संस्था प्रधान राउमावि देऊ
मिरजास के स्टाफ ने भी की पहल
मूण्डवा. डे्रस कोड के बारे में चल रही मुहिम में राजकीय उत्कृष्ठ उच्च प्राथमिक विद्यालय, मिरजास के शिक्षकों ने पहल करते हुए सबसे पहले सहमति जताई है। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि प्रशासन की ओर से जो भी ड्रेस कोड लागू किया जाएगा उसे अमल में लाने की मुहिम में पूरा स्टाफ भागीदार बनेगा।