scriptनागौर में दूसरे दिन बारिश, मौसम विभाग ने दी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी | Rain in Nagaur, Meteorological Department warns of heavy rain in state | Patrika News

नागौर में दूसरे दिन बारिश, मौसम विभाग ने दी प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी

locationनागौरPublished: Jun 03, 2020 07:51:17 pm

Submitted by:

shyam choudhary

बुधवार सुबह-सुबह हुई हल्की बारिश से मौसम में घुली ठंडक, आसमान में बादल छाने से तापमान में गिरावट

Heavy rain alert on 48 hours in madhya pradesh

प्रदेश के इन जिलों में 48 घंटे छाए रहेंगे बादल, बूंदाबांदी के साथ ओले गिरने की भी आशंका

नागौर. नागौर में बुधवार को दूसरे दिन भी बारिश हुई। वहीं मौसम विभाग ने आगामी चार-पांच दिनों के दौरान राज्य में मेघगर्जन के साथ आंधी व बारिश जारी रहने की संभावना जताई है। राज्य के दक्षिणी व पूर्वी भागों में 3 से 5 जून को मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश होने तथा 4 जून को एक-दो जगह अति भारी बारिश भी होने की संभावना जताई है।
नागौर जिले में गत सप्ताह तेज गर्मी के पडऩे के बाद गत 30 मई को मौसम में आए बदलाव से आमजन को काफी राहत मिली है। गत सप्ताह जहां अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था, वहीं पिछले पांच दिन से हो रही बारिश व बूंदाबांदी से तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गई है। जिले में मंगलवार सुबह पिछले 24 घंटों की 3.23 एमएम औसत बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई, जिसमेें सबसे अधिक मकराना में 15 एमएम, जायल में 11 एमएम तथा डीडवाना में 8 एमएम बारिश हुई। सोमवार शाम को बेसरोली के निकट मामडोली गांव में खेजड़ी के पेड़ पर आकाशीय बिजली गिरी, हालांकि किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ।
मंगलवार को बारिश के बाद बुधवार सुबह भी जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में हल्की बारिश से मौसम सुहाना हो गया। तापमान में भी एक डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जिले में सुबह बारिश के बाद दोपहर में थोड़ी देर के लिए धूप निकली और करीब चार बजे आसमान फिर बादलों से आच्छादित हो गया।
जिले में अब तक 72 एमएम बारिश
नागौर जिले में इस वर्ष मौसम का नया रूप देखने को मिला। अप्रेल व मई में कई बार आंधी व बारिश हुई, जिससे लोगों को ज्यादा गर्मी से परेशान नहीं होना पड़ा। जिले में इस वर्ष अब तक 72.4 एमएम बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। 31 मई को पिछले 24 घंटों की 8.46 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि मई पूरे माह में 37.5 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, जिसमें सबसे अधिक 86 एमए बारिश परबतसर में, 72 एमएम मकराना में, 63 एमएम बारिश रियांबड़ी में हुई।
जिले में यूं गिरा तापमान
दिन – अधिकतम – न्यूनतम
27 मई – 48 – 32
28 मई – 45 – 32
29 मई – 42 – 25
30 मई – 37 – 24
31 मई – 38 – 24
01 जून – 40 – 25
02 जून – 38 – 26
आंधी व बारिश से टिड्डी को फायदा
गौरतलब है कि जिले में पिछले एक महीने में करीब 30 दल प्रवेश कर चुके हैं। पाक से आने वाले टिड्डी नागौर ही नहीं राजस्थान सहित देश के सातों राज्यों में पहुंच गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि आंधी व बारिश से टिड्डी को फायदा हो रहा है। वातावरण में नमी टिड्डी दलों के प्रजनन में सहायक बनती है। पश्चिम से आने वाले हवा टिड्डी को उड़ान भरने में भी मदद कर रही है। सोमवार शाम को 30वां दल खींवसर तहसील क्षेत्र में पहुंचगया, जिसे मंगलवार अलसुबह कृषि विभाग, टिड्डी नियंत्रण विभाग की टीमों ने कीटनाशक का छिडक़ाव कर खात्मा किया।
किसान करने खरीफ की बुआई
चार दिन पूर्व जिले के मकराना, परबतसर, रियांबड़ी, मेड़ता व खींवसर क्षेत्र हुई बारिश के बाद कुछ किसानों ने खरीफ की बुआई भी कर दी है। हालांकि कृषि अधिकारियों का कहना है कि खरीफ की बुआई के लिए अभी थोड़ी जल्दी है, लेकिन किसान पकने में अधिक समय लेने वाले बाजरे की बुआई कर सकते हैं। वहीं किसानों का कहना है कि मारवाड़ में कहावत है कि जेठ माह में बोई गया बाजरा यदि पनप जाए तो उपज अच्छी होती है।
कुछ फायदा, कुछ नुकसान
जिले में बदले मौसम से कुछ फायदा है तो कुछ नुकसान भी है। खरीफ की बुआई के लिए हालांकि थोड़ा जल्दी है, लेकिन किसान अधिक समय से पकने वाले बाजरे की बुआई कर सकते हैं। जहां तक टिड्डी को फायदे की बात है तो नमी में टिड्डी का प्रजनन अधिक होता है, लेकिन वर्तमान में हमारे यहां जो टिड्डी आ रही है, वह प्रजनन की स्टेज में नहीं आई है। हां, हवा से टिड्डी को उडऩे में मदद मिलती है और मारने में परेशानी आती है।
– हरजीराम चौधरी, उप निदेशक, कृषि विभाग, नागौर

ट्रेंडिंग वीडियो