बिजली चोरी, बिल की झंझट खत्म, स्मार्ट मीटर देगा जानकारी
तीन जनवरी से किसान फिर से पंजीयन करा सकेंगे। जबकि करीब एक सप्ताह से ही खुली मंडी में मूंग के भावों में उछाल आने के बाद इसकी दर समर्थन मूल्य से करीब पांच सौ से छह सौ रुपए बढ़ते ही किसानों ने खुद ही खरीद केन्द्रों पर आना बंद कर दिया है। अब ऐसे में राजफेड की ओर से 10 प्रतिशत पंजीयन क्षमता बढ़ाने के बाद भी खरीद केन्द्रों पर छाए सन्नाटे का टूटना मुश्किल नजर आने लगा है। काश्तकारों का कहना है कि पहले तो राजफेड ने पंजीयन में उनके साथ धोखेबाजी की और, अब मंडी में अच्छे दाम मिलने लगे तो फिर से पंजीयन कराने की स्वीकृति जारी कर दी।
जिले के कुचामन, मेड़ता, लाडनू, गच्छीपुरा, नागौर, जायल एवं खींवसर आदि खरीद केन्द्रों में सन्नाटे के बीच गुरुवार को राजफेड की ओर से केन्द्रों की पंजीयन क्षमता में 10 प्रतिशत बढ़ोत्तरी किए जाने संबंधी जारी निर्देशों से भी कोई हलचल नहीं हुई।
नए वर्ष के पहले दिन नो-व्हीकल डे पर ईरिक्शा से पहुंचे डीटीओ
ईमित्र केन्द्रों पर पंजीयन के संदर्भ में जानकारी के लिए आने वाले काश्तकार गुरुवार को नहीं नजर आए। कारण मंडी में अच्छे भाव मिलने के कारण काश्तकारों का समर्थन मूल्य खरीद केन्द्रों से मोह भंग हो चुका है। समर्थन मूल्य पर जिले के कुल दस केन्द्रों में अब तक दो अरब 10 करोड़ 39 लाख 20 हजार 925 रुपए की मूंग खरीद की जा चुकी है। यह खरीद का आंकड़ा चार से पांच दिन पहले का है, लेकिन मूंग के भाव भी सप्ताह भर पहले ही समर्थन मूल्य से पांच सो से सौ ऊपर चले गए। इसके बाद से खुद ही किसानों ने खरीद केन्द्र आना बंद कर दिया। इस समय जिले के सभी दस केन्द्रों में सन्नाटे की स्थिति बन चुकी है। खरीद केन्द्र प्रभारियों का कहना है कि राजफेड की ओर से खरीद के लिए तिथियों का निर्धारण होने के बाद भी किसान अपनी मूंग को लेकर खरीद केन्द्रों की जगह मंडी में व्यापारियों के पास पहुंचने लगे हैं। इस संबंध में खरीद केन्द्रों की ओर से मोबाइल कॉल किए जाने पर भी किसानों का सकारात्मक रुझान अब तक नहीं मिला है। किसान अब खरीद केन्द्र आना ही नहीं चाहते हैं।
तापमान के लुढक़े पारे ने बढ़ाई सर्दी, हाड़ कंपाती चली बर्फीली हवाओं ने ढाया कहर
राजफेड ने कहा अधिक उत्पादन होने के चलते बढ़ाई क्षमता
प्रमुख शासन सचिव,नरेश पाल गंगवार ने गुरुवार को बताया कि अजमेर, भीलवाडा, बीकानेर, चूरू, दौसा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जालोर, जोधपुर, नागौर, पाली, सीकर, टोंक, झुंझुनूं एवं जैसलमेर जिलों में केन्द्र की क्षमता के अनुसार कुछ केन्द्रों पर पंजीयन पूरा हो चुका है। मूंग एवं मूंगफली के अधिक उत्पादन की स्थिति में 130 केन्द्रों पर पंजीयन की सीमा को 10 प्रतिशत और बढ़ाया गया है। तीन जनवरी से इन जिलों में पंजीयन पुन: प्रारम्भ हो जाएगा।
नागौरी मूंग की गुणवत्ता ने दूसरे राज्यों में बढाई इसकी मांग
राजफेउ की प्रबंध निदेशक सुषमा अरोड़ा ने बताया कि राज्य में मूंग एवं मूंगफली की 228 केन्द्रों पर 31 दिसम्बर तक 1 लाख 13 हजार 897 किसानों से 2 लाख 24 हजार 577 मीट्रिक टन की मूंग एवं मूंगफली की खरीद हो चुकी है। सुषमा अरोड़ा ने बताया कि किसानों की समस्या के समाधान हेतु राजफैड स्तर पर टोल फ्री हेल्पलाईन नम्बर 18001806001 पर प्रात: 9 से 7 बजे तक किसान अपनी समस्याओं को हेल्पलाईन नम्बर पर दर्ज करा सकते हैं।