ताकि कांग्रेस इनको टिकट दे दे, ये सामाजिक संस्थाओ के अध्यक्ष है इनको राजनीतिक बात नही करनी चाहिये। लेकिन इन लोगो ने राहुल गांधी से मिलकर यह साबित कर दिया कि ये लोग कांग्रेस के षङयंत्र में शामिल हैं। जगदीश सिंह लाडनूू ने कहा कि इनके साथ ना तो करणी सेना है और ना ही राष्ट्रीय करणी सेना।
अपनी राजनीति चमकानेे व सीबीआई मे दर्ज मुकदमे से बचने के लिये इस तरह की साजिश रची जा रही है। राजपूत समाज हमेशा बीजेपी के साथ रहा हैै और आगे भी बीजेपी के साथ ही रहेगा। जगदीश सिह लाडनू ने नागौर सर्किट हाऊस मे प्रेस वार्ता कर यह बयान दिया है।
भाजपा नेता जगदीश सिंह लाडनूं ने दिया बयान लाडनूं ने कहा कांग्रेस से टिकट लेने के लिये ये राहुल गांधी से मिलेे, उन्हे राजपूत समाज की चिंता नहीं है। राजपूत समाज भाजपा के साथ रहेगा। प्रदेश का राजपूत मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ है।
बता दें कि बीते कई सालों से मौजूदा सरकार का विरोध कर रहे राजपूत समाज के कुछ नेता बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने उनके निवास पर पहुंचे। सर्व राजपूत संघर्ष समिति के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा सहित कई पदाधिकारियों ने मुलाकात की। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी साथ रहे।
हालांकि इस बैठक के बाद राज्य के कई मजबूत राजपूत संगठनों ने संघर्ष समिति से दूरी बना ली है। बैठक में समिति अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने चार साल में बीजेपी कार्यकाल में राजपूतों पर हुए अत्याचारों का जिक्र किया। इस पूरे मामले से श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने खुद को अलग रखा है।
इस दौरान कांग्रेस के समर्थन की बात पर समिति अध्यक्ष लोटवाड़ा ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाजी होगा, लेकिन जो बातचीत हुई है उसमें कांग्रेस नेताओं ने सरकार आने के बाद राजपूत समाज की हर संभव सहायता करने की बात कही है। उप-चुनावों में कांग्रेस के समर्थन के लिए राजपूत समाज का कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने धन्यवाद दिया। बाद में संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पार्टी के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से भी मुलाकात की।