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‘आचार संहिता का बहाना बनाकर अधिकारी कर रहे गड़बड़ी, अब उच्च अधिकारियों से कहेंगे’

locationनागौरPublished: Oct 15, 2018 05:18:47 pm

Submitted by:

Dharmendra gaur

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moog purchase in Nagaur

Registration will be starts soon for moong purchase in nagaur

सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने कहा, मूंग खरीद के लिए फिर शुरू कराएंगे रजिस्टे्रशन

नागौर. न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर किसानों से मूंग खरीदने के लिए शुरू किया गया रजिस्ट्रेशन दो दिन बाद ही बंद करने के जिले के किसानों में फैल रहे असंतोष के पीछे विभागीय अधिकारियों की ‘कारस्तानी’ सामने आ रही है। आचार संहिता की आड़ में सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों ने गत वर्ष की तुलना में इस बार मात्र 24 प्रतिशत किसानों का रजिस्ट्रेशन किया है, जिससे 75 प्रतिशत से किसान आज भी मूंग खरीद के टोकन लेने से वंचित हैं। रविवार को राजस्थान पत्रिका में ‘एमएसपी बढ़ाकर किसानों को चिढ़ा रही सरकार’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बाद सहकारिता मंत्री अजयसिंह किलक ने इसका खुलासा करते हुए पत्रिका को बताया कि वे पिछले चार-पांच दिन से विभागीय अधिकारियों को रजिस्ट्रेशन शुरू करने के लिए कह रहे हैं, लेकिन अधिकारी आचार संहिता का बहाना बनाकर ‘गड़बड़ी’ कर रहे हैं।


किसी भी सूरत में अन्याय नहीं होने देंगे
किलक ने कहा कि जिले सहित प्रदेश के किसानों के साथ किसी भी सूरत में अन्याय नहीं होने देंगे। वे खुद सोमवार को जयपुर पहुंचकर इस सम्बन्ध में उच्चाधिकारियों से चर्चा कर मूंग खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू करवाएंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव व राजफैड के एमडी से बात कर ली थी, लेकिन रविवार तक रजिस्टे्रशन शुरू नहीं होने पर अब वे सोमवार को जयपुर जाकर मुख्य सचिव सहित अन्य अधिकारियों से बात करेंगे। उधर, केन्द्रीय राज्य मंत्री सीआर चौधरी ने भी रविवार को विदेश से लौटने के बाद किसानों की समस्या का हल निकालने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि रजिस्टे्रशन शुरू कराने के लिए वे मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे, ताकि किसानों को नुकसान नहीं उठाना पड़े।


अधिक मूंग खरीद हो
मंत्री किलक ने कहा कि उनका प्रयास है कि इस बार जिले में गत वर्ष की तुलना में 40 प्रतिशत अधिक मूंग खरीद हो, ताकि एमएसपी में की गई बढ़ोतरी का लाभ हरेक किसान को मिले। गौरतलब है कि गत वर्ष अकेले नागौर जिले से 60 हजार से अधिक किसानों से मूंग खरीदा गया था, जबकि इस बार अब तक 15 हजार से भी कम किसानों का रजिस्ट्रेशन कर टोकन दिए गए हैं। ऐसे में यदि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया फिर से शुरू नहीं की गई तो हजारों किसान समर्थन मूल्य पर मूंग नहीं बेच पाएंगे और उन्हें प्रति क्विंटल दो हजार रुपए का नुकसान झेलकर मंडी में 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मूंग बेचने पड़ेंगे।


अधिकारियों को पहले ही कह दिया

रजिस्टे्रशन बंद होने की जानकारी मिलते ही मैंने अधिकारियों को कह दिया था, लेकिन अधिकारी गड़बड़ी कर रहे हैं। हमने तो भारत सरकार को भी कहा है कि इस बार 40 प्रतिशत लक्ष्य बढ़ाया जाए। सोमवार को जयपुर पहुंचकर उच्चाधिकारियों से बात करेंगे। किसानों का अहित नहीं होने देंगे।
अजयसिंह किलक, सहकारिता मंत्री, राजस्थान सरकार

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