नागौरPublished: Feb 10, 2018 06:37:55 pm
Dharmendra gaur
मातासुख आरओ प्लांट के पम्प हाऊस में रिजेक्ट पानी के लिए बने खुले टेंक में आए दिन गिर कर पशुओं की मौत
तरनाऊ. खुला पड़ा पम्प हाऊस का टेंक तथा टेंक के अन्दर मृत पड़े मवेशी।
तरनाऊ. मातासुख-कसनाऊ लिग्नाईट परियोजना के क्षैत्र में लगे आरओ प्लांट के खुले टेंक आवारा पशुओं के लिए मौत का सबब बन गया है। पिछले वर्ष से बंद पड़े प्लांट में रिजेक्ट पानी की निकासी के लिए बनाए गए टेंकों में इन दिनों रोजाना आवारा पशु मौत के मुंहे में समा रहे हैं। इन टेंकों की जिम्मेदारी कोई नहीं ले रहा है। गौरबतल है कि आरओ प्लांट आरएसएमएमएल के अधीन निजी कम्पनी द्वारा संचालित किया जा रहा था। आरएसएमएमएल द्वारा पानी के पैसों का भुगतान समय पर नहीं करने को लेकर निजी कम्पनी डॉसिन वालविया ने प्लांट बंद कर आरएसएमएमएल के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज करवा दिया। पिछले वर्ष सात फरवरी से इस प्लांट को कम्पनी ने बंद कर दिया। हालांकि नीजी कम्पनी ने गार्ड लगा रखे हैं पर गार्डो की डयूटी प्लांट में ही है जबकि आरएसएमएमएल की कसनाऊ लिग्नाईट खदान के पास बने पम्प हाऊस में कम्पनी का कोई गार्ड नहीं होने से वहां बने रिजेक्ट वाटर टेंकों में आए दिन गिर कर पशु मर रहे हैं।
बदबू से बीमारियां फैलने की आशंका
रिजेक्ट वाटर टेंकों में पशु मरने से पास से गुजरने वाले मातासुख-कसनाऊ मार्ग से गुजरना आमजन के लिए भारी परेशानी बन गया है। पम्प हाऊस के इन टेंकों में लम्बे समय से मृत पड़े पशुओं के कारण लोगों को बीमारियों का डर सताने लगा है। जिम्मेदार मृत पशुओं को बाहर निकलवाने तक नहीं आते है। टेंक में खारा पानी भरा है तथा अंदर एक नील गाय,एक नील गाय के बच्चे सहित जंगली सुअरों के शव पड़े हैं।
कब तक मरते रहेंगे बेजुबान
ग्रामीण हड़मानराम, उर्जाराम, राजाराम सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि इन टेंकों में आए दिन पशु मर रहे हैं। कई बार ग्रामीण पशुओं को बाहर निकाल दफनाते है पर कई बार सूचित करने के बाद आरएसएमएमएल कोई सुध नहीं ले रहा है। उधर, मातासुख माइंस मैनेजर श्रवण बेरवाल ने बताया कि पम्प हाऊस डॉसिन कम्पनी को हैंडऑवर किया हुआ है,कम्पनी को ही वहां गार्ड लगाने चाहिए। मुझे पशु मरने की जानकारी आपसे ही मिली है,अगर ऐसा है तो कल में पूरे मामले को देखकर कुछ सुरक्षा उपाय करने के साथ ही कम्पनी को भी अवगत करवाऊंगा।