ज्ञापन में पार्टी ने थाना अधिकारी पर मानसिक तनाव के कारणों का हवाला देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग के लिए सीबीआई से तफ्तीश करवाने को लेकर शीघ्रता से आदेश करने की मांग की। सांसद बेनीवाल ने पार्टी द्वारा दिए गए ज्ञापन कार्यक्रमों पर प्रेस वक्तव्य जारी करके कहा कि जिन परिस्थितियों में सीआई विष्णुदत्त ने आत्महत्या की, उसको लेकर एक बड़ा सवाल राजस्थान की जनता के मन में है, क्योंकि जिला पुलिस अधीक्षक को संबोधित करते हुए उन्होंने मानसिक दबाव का हवाला दिया, साथ ही रोजनामचे की रपट में भी उन्होंने समय-समय पर उन पर व्याप्त मानसिक दबाव का हवाला दिया। ऐसे में जिन परिस्थितियों के रहते हुए जिम्मेदार और कत्र्तव्यनिष्ठ अफसर ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया, उसकी निष्पक्ष जांच अत्यंत आवश्यक है। साथ ही बेनीवाल ने कहा कि राज्य सरकार की कोई भी एजेंसी इस मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर पाएगी। इसलिए मुख्यमंत्री को नैतिकता के नाते इस प्रकरण की जांच सीबीआई को प्रेषित कर देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को पार्टी ने डेढ़ लाख से अधिक ट्वीट करके मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करवाया, इसके बावजूद मुख्यमंत्री का बयान तक नहीं आना लोकतांत्रिक व्यवस्था का अपमान है। साथ ही कहा कि इस मामले में सरकार ने शीघ्रता से कोई निर्णय नहीं लिया तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बड़े आंदोलन की रणनीति बनाएगी। सांसद ने कहा कि मामले में 3 दिन से भी अधिक का समय व्यतीत हो जाने के बावजूद किसी भी स्तर पर कोई खुलासा नहीं होना तथा चूरू के जिला पुलिस अधीक्षक को अभी तक नहीं हटाना मामले में कई तरह की पेंचीदगियां खड़ी कर सकता है। ऐसे में सरकार को एसपी को या तो छुट्टी पर भेज देना चाहिए या फिर कोई नया एसपी चूरू में लगा देना चाहिए।
पार्टी द्वारा दिए गए ज्ञापन में अजमेर संभाग मुख्यालय पर पार्टी के पदाधिकारी तथा मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी मौजूद रहीं, वहीं जोधपुर संभाग मुख्यालय पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष तथा भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग मौजूद रहे। वहीं नागौर जिला मुख्यालय पर पार्टी से खींवसर विधायक नारायण बेनीवाल मौजूद रहे। साथ ही विभिन्न जिला मुख्यालयों पर पार्टी के पदाधिकारियों ने ज्ञापन के कार्यक्रम की कमान संभाली।