मेड़ता रोड ञ्च पत्रिका. नागौर जिले में रेलवे की दृष्टि से मेड़ता रोड देश के चार महानगरों सहित देश के प्रमुख बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। लेकिन परिवहन सेवा पर एक नजर डाली जाए तो आज तक जिला मुख्यालय से रोड़वेज सेवा से नहीं जुड़ सका। दूसरी ओर जोधपुर- ओलादन के बीच में चल रही एक मात्र रोड़वेज बस भी कोरोना संक्रमण काल में बंद हो गई। जिसका संचालन वापस शुरू नहीं हो सका। राज्य में कांग्रेस सत्ता में आने के बाद लोगों ने जनप्रतिनिधियों से बेहतर विकास की उम्मीदें बहुत थी। कि राज्य में कांग्रेस सरकार आते ही इस गंभीर समस्या का समाधान हो जाएगा। मगर अब तक नहीं हो सका है। कस्बे की एक बड़ी समस्या जस की तस बनी हुई है। जबकि निजी बसें मेड़ता रोड से विभिन्न स्थानों पर वर्तमान में करीब चालीस से अधिक संचालित हो रही है। ऐसे में यहाँ के लोग निजी बसो के भरोसे ही सफर कर रहे है।
और मनमाना किराया अदा करने के लिए मजबूर है। यहां से प्रतिदिन यात्री नागौर, जोधपुर, अजमेर,ब्यावर, पाली तक का सफर तय करते हैं।