हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के हाईकमान सचिन पायलट आज नागौर जिले के दौरे पर हैं। इसी के चलते वह आज नागौर जिले के लिए रवाना हुए हैं। पायलट के दौरे में कर्ज से परेशान हुए किसान मंगलाराम के आत्महत्या करने के बाद पीड़ित परिवार से मिलने का कार्यक्रम भी है। पायलट जयपुर सड़क मार्ग से होते हुए कुचामनसिटी के चारणवास गांव किसान मंगलाराम के पीड़ित परिवार से मुलाक़ात करेगें। बता दें कि कर्ज़े के चलते गत दिनों किसान मंगलाराम ने आत्म-हत्या कर ली थी।
नागौर के कुचामन शहर के ग्राम चारणवास में कर्ज से परेशान किसान मंगलराम ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान मंगलराम मेघवाल ने कृषि कार्य के लिए बैंक से कर्ज ले रखा था। बैंक से कर्ज चुकाने के लिए बार-बार नोटिस मिल रहे थे। इसके बाद नावां उपखण्ड अधिकारी की ओर से कर्ज नहीं चुकाने पर मंगलराम की जमीन को नीलाम करने का भी आदेश दे दिया। इससे आहत होकर मंगलराम ने रात्रि में पंखे पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली
नावां उपखण्ड अधिकारी की ओर से गत 2 जुलाई को मंगलाराम की जमीन नीलाम करने के आदेश चार-पांच दिन पहले मंगलराम को मिला था। शनिवार को बकाया राशि पूछी तो बैंक ने साढ़े चार लाख रुपए बता दिया। मंगलराम शाम को शेष राशि के बारे में परिजनों को बताकर कमरे में सोने चला गया। रात्रि में उसकी भाभी पानी पीने उठी तो मंगलराम पंखे से लटका दिखा। मंगलराम के भाई हरदेवाराम, प्रकाशचन्द व छोटा भाई पूर्णमल चारों ने मिलकर आठ बरस पूर्व स्वयं की जमीन पर बाडलवास की पंजाब नेशनल बैंक से 2 लाख 98 हजार रुपए का लोन लिया था। इसके बाद चारों भाइयों ने 1 लाख 75 रुपए बैंक में चुका दिए। कुछ महीने पहले मंगलराम के दोनों बड़े भाई विदेश चले गए।
बैंक से बार-बार मिल रहे नोटिस से मंगलराम तनाव में था। मंगलराम रुपए जमा करवाने के लिए बैंक में गया तो बैंक ने 1 लाख 75 रुपए जमा करवाने के बाद भी 4 लाख 59 हजार रुपए बकाया की पर्ची थमा दी। साथ ही कहा कि सात अगस्त तक राशि जमा नहीं करवाई तो जमीन कुर्क कर दी जाएगी। मृतक के भाई पूर्णमल ने बताया कि बैंक से 2 लाख 98 हजार रुपए लिए थे। जिसमें से 1 लाख 75 रुपए चुका दिए। बाकी रुपए चुकाने के लिए उन्हें कर्ज माफी के दौरान माफ होने की उम्मीद थी। पैसे नहीं होने के चलते कर्ज नहीं चुका पाए।