मामले में नामजद चार जनों को पुलिस ने पूछताछ के लिए पकड़ा था, वे बेकसूर निकले। एसपी अभिजीत सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका खुलासा करते हुए बताया कि सहदेव राम (३०) की हत्या की जांच के लिए सीओ विनोद कुमार सीपा, कोतवाली सीआई अंजु कुमारी के नेतृत्व में टीम गठित कर जिम्मेदारी सौंपी। आधुनिक तकनीकी के साथ विभिन्न माध्यमों से लगातार कोतवाली, सदर नागौर, श्रीबालाजी, पांचौडी, खीवसर, भावण्डा, मुण्डवा मे विभिन्न स्थानो पर दबिश देकर उनकी तलाश की तब जाकर ये पकड़ में आए।
आरोपी दकानाथ (32) निवासी बापोड थाना सदर और जगानाथ (४५) निवासी संखवास हाल डेरा दातिणा का रहने वाला है। इनके साथ शामिल अन्य लोगों की तलाश की जा रही है।
रकम दोगुनी करने का झांसा देकर बुलाया
एसपी अभिजीत सिंह ने बताया कि आरोपी दकानाथ ने सहदेव को रकम दोगुनी करने की बात कहकर झांसे में लिया । कहा कि उसके पास एक विशेष कला है जिससे वो रकम को दुगुना कर देता है। इस पर सहदेव एक लाख रुपए लेकर दकानाथ के कहने पर नागौर आ गया। जहां आरोपी दकानाथ व उसके सहयोगियों ने मिलकर बडली जीएसएस के पास सहदेव से एक लाख रुपए सामने रखकर आंखें बंद करवा ली।
इसके बाद दकानाथ व उसके साथियो ने सहदेव के सिर पर पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी तथा पैसे लेकर मौके से फरार हो गए।