सिरवी ने आरोप लगाया है कि जब रामरतन कंपनी के मालिक बनने में सफल नहीं हुए तो उन्होंने उसे धमकी दी कि वह उसके खिलाफ अलग-अलग जगह केस करेगा और पुलिस को भी जैसे-तैसे टेकल कर लेगा। रामरतन ने कंपनी व समाज दोनों के साथ धोखा किया है। उसने कंपनी के खाते में केवल 25 लाख रुपए जमा कराए जबकि फिल्म के नाम पर समाज के लोगों से ली गई राशि का कोई हिसाब किताब नहीं है। सिरवी ने लिखा है कि रामरतन ने संस्था व कंपनी के बीच हुए एग्रीमेंट की शर्तों का उल्लंघन किया जिसके चलते अनुबंध 2015 में निरस्त हो गया।
सामने आए मामले का सच
इस पूरे मामले में बिश्नोई समाज की अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष साहिबराम बिश्नोई, शिवराज बिश्नोई सहित समाज के लोग एएसपी राजकुमार चौधरी से मिले और पक्ष रखा। समाज के लोगों का कहना है कि मामले का सच सामने आना चाहिए और यह झगड़ा कुछ लोगों का है, इसमें समाज को शामिल नहीं किया जाना चाहिए। गौरतलब है कि गत दिनों रामरतन बिश्नोई ने कल्याण सिरवी के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया था। जिसमें कल्याण सिरवी पर फिल्म को कान्स फिल्म फेस्टिवेल में बेचने का प्रयास करने का भी आरोप लगाया था।