बीएस फोर वाहनों की बिक्री हुई तेज, बीएस सिक्स भी आ गए
नागौरPublished: Feb 24, 2020 12:34:07 pm
Nagaur patrika. प्रदेश ही नहीं, देशभर में एक अप्रैल से बीएस फोर वाहन न बिकेंगे, और न ही इनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। देश के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद वाहनों के शोरूम में बीएस फोर गाडिय़ों की बिक्री तेज करने की जहां होड़ लग गई है. Nagaur patrika
actress sonakshi sinha,FIRING IN SURAT : ज्वैलर्स शॉप पर पांच राउन्ड फायरिंग
नागौर. प्रदेश ही नहीं, देशभर में एक अप्रैल से बीएस फोर वाहन न बिकेंगे, और न ही इनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। देश के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद वाहनों के शोरूम में बीएस फोर गाडिय़ों की बिक्री तेज करने की जहां होड़ लग गई है, वहीं, बीएस सिक्स मॉडल के वाहन भी अब नजर आने लगे हैं। नागौर जिले में भी इस फैसले का खासा असर हुआ है। करीब 20 करोड़ से ज्यादा का स्टॉक विभिन्न शोरूमों में है, लेकिन बीएस फोर एवं सिक्स वाहनों में बाइक में पांच से दस हजार तक तो चार पहिया वाहनों में एक से डेढ़ लाख तक की दरों में खास अंतर होने के चलते डीलर्स को उम्मीद है कि उनको नुकसान नहीं होने वाला है।
उच्चतम न्यायालय की ओर से बीएस फोर वाहनों की बिक्री के बाद वाहन कंपनियों में पहले से जहां वाहनों के बेचे जाने की जहां होड़ लग गई है, वहीं बीएस सिक्स के संदर्भ में हुए फैसले के बाद अब उपभोक्ता भी इसकी खरीद में दिलचस्पी दिखाने लगे हैं। हालांकि इस फैसले की आहट पहले से ही होने लगी थी। इसलिए इसको ध्यान में रखते हुए वाहन कंपनियों की ओर से तकरीबन डेढ़ माह पहले ही बीएस फोर की जगह सिक्स वाहनों की मैनूफेक्चरिंग शुरू कर दी गई थी। यही वजह रही कि कई वाहन कंपनियों के शोरूम में बीएस सिक्स वाहनों का स्टॉक भी आने लगा है। बताया जाता है कि पूर्व में 2017 में बीएस 3 मॉडल के वाहन शोरूम में भरपूर थे, और ग्राहकों को हजारों रुपए के डिस्काउंट का ऑफर देने के बाद उन वाहनों का स्टॉक खत्म हुआ था।
डीजल-पेट्रोल से नहीं होगा प्रदूषण
कंपनियों की ओर से बीएस सिक्स मानक के वाहन तो आने शुरू हो गए, लेकिन इसके मानक स्तर का पेट्रोल या डीजल अभी तक नहीं आया है। हालांकि फैसले को ध्यान में रखते हुए बीएस सिक्स मानक स्तर के पेट्रोल एवं डीजल की आपूर्ति शुरू किए जाने की कवायद भी तेज हो गई है। बीएस 4 से बीएस 6 हो जाने पर पेट्रोल पर नहीं, बल्कि डीजल पर ज्यादा असर होगा। नए डीजल में सल्फर की मात्रा कम होगी। बिकने वाले डीजल में 500 पीपीएम -पाट्र्स प्रति मिलियन था,ज बल्कि मानक अनुसार डीजल में सल्फर की मात्रा महज़ 10 पीपीएम होने से पर्यावरण में कम प्रदूषण फैलेगा।
क्या कहते हैं डीलर्स
टाटा वाहन शोरूम के देवेन्द्र धारणियां ने से बातचीत हुई तो कहा कि बीएस फोर की मैनुफेक्चरिंग ही बंद हो गई है। बीएस फोर की गाडिय़ां तो हैं, लेकिन बहुत कम संख्या में हैं। इनके दाम भी बीएस सिक्स से काफी होने के कारण बिक्री भी हो जाएगी। अब तो नए मानक की गाडिय़ां भी शोरूम में आने लगी हैं। मारुति के डीलर महेन्द्रसिंह भाटी ने कहा कि कंपनी तो एक माह पहले ही दीवाली पर बीएस फोर वाहनों को स्कीम आफर देकर बेच दिया था। जिले में अब सभी शोरूम्स में भी बीएस सिक्स मॉडल की गाडिय़ां आने लगी हैं। बीएस फोर का स्टॉक ही नहीं है।
इनका कहना है…
वाहनों के संदर्भ में मुख्यालय स्तर से फिलहाल कोई गाइडलाइन नहीं आई है। इस बाबत जो भी दिशा-निर्देश आएंगे तो इसकी पालना कराई जाएगी।
ओमप्रकाश चौधरी, जिला परिवहन अधिकारी नागौर