जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चौधरी ने कहा कि बेटी समाज का गौरव है। नागौर जिले में किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर राज्य, देश व विदेश में नाम रोशन करने वाली यहां की मेधावी बेटियों की सफलता की कहानियां लिखी जाए। इन कहानियों को सोशल मीडिया भी प्रसारित किया जाए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुकुमार कश्यप ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग हमेशा सक्रिय भूमिका निभाता रहा है। आगामी दिनों में भी इसे लेकर जो भी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, उनमें विभाग के प्रतिनिधि महिला एवं बालिका स्वास्थ्य तथा कन्या भू्रण हत्या पर रोक से जुड़े विषयों पर अपना योगदान देंगे। महिला अधिकारिता विभाग के उप निदेशक अशोक गोयल ने बेटी पढ़ाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान की संपूर्ण गतिविधियों और अब तक की प्रगति रिपोर्ट पर प्रकाश डाला। गोयल ने वन स्टॉप सखी केन्द्र की गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने इस अभियान की आगामी कार्ययोजना के बारे में भी बताया और आवश्यक सुझाव लिए।
डिजिटल प्लेटफार्म का लेंगे सहारा
एक्शन एड संस्था के जिला समन्वयक रजत ने स्लाइड प्रजेटेंशन के माध्यम से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना की वित्तीय वर्ष 2020-21 की कार्ययोजना का एक्शन प्लान प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि एक्शन प्लान में किशोरियों के सशक्तीकरण व महिलाओं के उत्थान, कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, पीसीपीएनडीटी एक्ट के व्यापक प्रचार-प्रसार विषयों को लेकर चर्चा की गई। जिला समन्वयक रजत ने बताया कि कोरोना महामारी के बाद से आए बदलावों को देखते हुए विभागीय जानकारियां लोगों के साथ साझा करने के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रयोग अधिक किया जा रहा है, इसे लेकर महिला अधिकारिता, नागौर नाम से एक फेसबुक पेज की भी शुरुआत की गई है और आने वाले समय में इसी पेज के माध्यम से अन्य जानकारियां, गतिविधियां व नागौर जिले में महिला उत्थान के लिए कार्य कर रही अन्य महिलाओं की कहानियां भी साझा की जाएंगी।
इस मौके पर जिला स्तरीय महिला सहायता समिति की बैठक भी हुई, जिसमें महिला उत्पीडऩ से जुड़े प्रकरणों और उनके निस्तारण पर भी चर्चा हुई। जिला कलक्टर यादव ने महिला उत्पीडऩ से जुड़े प्रकरणों का निस्तारण भी समय पर करने के निर्देश दिए। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक दुर्गासिंह उदावत, पुलिस उप अधीक्षक नियति शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मोतीलाल, जेएलएन अस्पताल के पीएमओ डॉ. शंकरलाल, जिला पीसीपीएनडीटी कॉर्डिनेटर सत्येन्द्र पालीवाल, जिला आईईसी समन्वयक हेमन्त उज्जवल, महिला सुरक्षा सलाहकार सपना टाक आदि अधिकारी मौजूद थे।