गौरतलब है कि गुरुवार को जयपुर में हुई भाजपा व आरएलपी की संयुक्त प्रेस वार्ता में यह जानकारी दी कि गई थी कि खींवसर से आरएलपी व मंडावा से भाजपा चुनाव लड़ेगी। इससे पहले सांसद हनुमान बेनीवाल ने नागौर में अपने निवास पर उम्मीदवार को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की।
सांसद हनुमान बेनीवाल शुक्रवार को दिल्ली दौरे पर थे, जहां उन्होंने रक्षा मंत्रालय की स्थाई समिति की बैठक में भाग लेने के बाद दिल्ली के कई नेताओ से उपचुनाव पर चर्चा की तथा राजस्थान हाऊस में पत्रकार वार्ता कर खींवसर विधानसभा के ऊप चुनाव में नारायण बेनीवाल को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कहा खींवसर की जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावना के अनुरूप यह निर्णय लिया है और रालोपा का भाजपा से गठबंधन दोनों सीटों पर सकारात्मक परिणाम लाएगा।
कौन हैं नारायण बेनीवाल
नारायण बेनीवाल सांसद हनुमान बेनीवाल के छोटे भाई हैं और लंबे समय से सहकारिता से जुड़े हुए हैं। साथ ही छात्र राजनीति से हनुमान बेनीवाल के कैंपेन का जिम्मा संभालते आ रहे हैं। हनुमान बेनीवाल की प्रदेश में हुई सभी बड़ी रैलियों के मैनेजमेंट का जिम्मा नारायण के ही कंधों पर था। नारायण बेनीवाल वर्तमान में खींवसर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष भी हैं।
चुनाव जनता का, मैं केवल माध्यम
आरएलपी से उम्मीदवार घोषित होने के बाद नारायण बेनीवाल ने पत्रिका से बात करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा भाई हनुमान बेनीवाल को राम मानकर लक्ष्मण की तरह उनके साथ रहे। यह चुनाव जनता ही लड़ेगी, वे तो केवल माध्यम हैं।
– नारायण बेनीवाल, आरएलपी उम्मीदवार, खींवसर