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आग की लपटों के बीच बाड़े में घुसा शंकर, दो गायों को जिंदा निकाला

locationनागौरPublished: Apr 02, 2018 07:44:36 pm

Submitted by:

Pratap Singh Soni

रेण के दादू दयाल गौ शाला मार्ग स्थित 6 बाड़े आग से जले, दमकल व टैंकरों से पाया काबू

Ren News

रेण. बाड़ों में अज्ञात कारणों से लगी आग।

रेण. गांव के रामसागर तालाब के पास दादू दयाल गौशाला की तरफ जाने वाले मुडिय़ा रास्ते पर सोमवार अपराह्न चार बजे के करीब अज्ञात कारणों से दो बाड़ों में आग लग गई। देखते ही देखते 6 बाड़े चपेट में आ गई। इस दौरान शंकरलाल भादू सहित तीन युवाओं ने साहस दिखाया और जान पर खेलकर एक बाड़े में बंधी दो गायों को गेट तोडकऱ बाहर निकाला। इस दौरान शंकरलाल का एक हाथ झुलस गया। करीब डेढ़ घंटे बाद मेड़ता से पहुंची फायर ब्रिगेड़ और स्थानीय टैंकरों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया।
जानकारी अनुसार रामसागर तालाब के पास दादू दयाल गौशाला मार्ग स्थित नैनू महाराज और गफूर खां के बाड़ों में दोपहर साढ़े 3 बजे करीब अज्ञात कारणों से आग लग गई। इस दौरान ग्रामीण शंकरलाल भादू को सूचना मिली तो वह तुरंत अपना ट्रैक्टर लेकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा एक बाड़े में दो गाय आग की लपटों के बीच तड़प रही थी। भादू ने बिना समय गंवाए ट्रैक्टर से बाड़े का आधा जला हुआ गेट तोड़ दिया और उगमाराम घांची व रामनिवास छरंग के साथ बाड़े में घुस गए। एक पेड़ से बंधी हुई दोनों गायों की रस्सी तोड़ दी और उन्हें अपने हाथों से धकेलते हुए बाहर निकाला। रामनिवास और उगमाराम दोनों गायों को धकेलते हुए बाहर ले आए। शंकरलाल यह देखने कि बाड़े में कोई और तो नहीं फंसा है, इसलिए कुछ अंदर की तरफ गए। कोई नहीं होने पर बाहर निकलते समय भादू एकबारगी आग की लपटों के बीच फंस गए और धुंए की वजह से सांस लेने में दिक्कत हुई, लेकिन हिम्मत दिखाते हुए वह बाड़े से बाहर निकल गया। हालांकि इस दौरान शंकरलाल का एक हाथ झुलस गया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब शंकरलाल ने साहस दिखाया। क्षेत्र में कही भी दुर्घटना, आग लगने, पानी में डूबने की सूचना मिलते ही शंकरलाल बचाव के लिए पहुंच जाते हैं और कई बार अपनी जान पर खेलकर लोगों की जान बचा चुके हैं।
ग्रामीणों की तत्परता से आग फैलने से बची
ग्रामीणों ने सूझबूझ से आग को फैलने से बचा लिया । बीच के बाड़ों में रखे चारे को ट्रैक्टर पर लगी मिनी जेसीबी से दूर कर दिया गया, ताकि आग दूसरी तरफ के बाड़ों तक नहीं फैल सके।
ग्रामीणों ने भी दिखाई हिम्मत
आग की सूचना मेड़ता फायरब्रिगेड़ कार्यालय को दी तो पता चला कि धांधलास गांव के बाड़ों में भी आग लगी हुई है और मेड़ता की दो दमकल वहां है, तब ग्रामीणों ने टैंकरों से आग बुझाना शुरू कर दिया। हालांकि धांधलास से एक मिनी फायरब्रिगेड़ कुछ देर बाद पहुंच गई और करीब डेढ़ घंटे बाद काबू पा लिया गया। ग्रामीण रामप्रकाश बाना, हरीराम बाजिया, रामप्रकाश ताडा, मंगतूदीन कारीगर, बाबूलाल ढाढ्या, भरत शर्मा, टैंकर लेकर पहुंचे हैदर, गणपतराम मावलिया, भरत रातंगवाल, नैनूराम घोटिया, पूनमचंद गोयल, रामअवतार गोयल, हस्तीमल सांगवा, नेमीचंद जांगिड़, विनोद, रामनिवास, रामदीन सहित ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने में मदद की।
इनके बाड़ों में लगी आग
नैनू महाराज, गफूर खां, इसाक तेली, गेंदू खां, सत्तार, अल्लाबख्श के बाड़े आग से पूरी तरह जल गए। नैनू महाराज के बाड़े में रखा हजारों का चारा जल गया। उनके बाड़े में बंधी दो गायों में से एक गाय झुलस गई, जिसका पशु चिकित्सक अजयपाल चौधरी, राजेंद्र पायला ने उपचार किया।

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