राबाउप्रावि गगवाना व बासड़ा विद्यालय बंद मिले, तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षाधिकारी, चार दिन पहले भी क्षेत्र के तीन विद्यालय
नागौर. शिक्षा विभाग द्वारा किए जा रहे गुरुवार से प्रवेशोत्सव के लंबे-चौड़े दावों की बुधवार को निरीक्षण के दौरान बंद मिले स्कूलों ने हवा उड़ा दी है। राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, गगवाना व बांसड़ा के विद्यालय की जांच को पहुंचे अधिकारियों को वहां ताला लटका मिला। ग्रामीणों ने का कहना था कि यह तो रोजाना बंद रहता है। अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षाधिकारी नृसिंह इनाणियां दोपहर करीब एक बजे राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय गगवाना पहुंचे। यहां पर विद्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा मिला। विद्यालय बंद देखकर आसपास के ग्रामीणों से पूछा गया तो वे हंसकर कहने लगे साब यहां तो गुरुजी आने के थोड़ी देर बाद ही चले जाते हैं। यह स्थिति तब है, जबकि राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय उत्कृष्ट विद्यालयों की श्रेणी में शामिल है। उत्कृष्ट विद्यालय के यह हालात देखकर अधिकारी हतप्रभ रह गए। इसके बाद बासड़ा स्कूल पहुंचे तो यहां भी मुख्य गेट पर ताला लटकता मिला। इस संबंध में ग्रामीणों से चौंकानेवाली जानकारी मिली। ग्रामीणों का कहना था कि गुरुजी आते ही कब हैं, आएंगे भी तो कब चले जाएंगे, पता ही नहीं चलता है। ऐसे में इस तरह के स्कूल में कौन अपने बच्चों को भेजेगा, जिसके खुलने व बंद होने का कोई भरोसा नहीं है। गगवाना ग्राम पंचायत मुख्यालय होने के कारण यहां पर पीईईओ की तैनातगी होने के बाद भी बदहाल स्थिति को देख संस्था प्रधान एवं पीईईओ की रिपोर्ट बनाकर कार्रवाई की अनुशंसा के साथ जिला कार्यालय भेजी गई है। उल्लेखनीय है कि गत 21 अप्रेल को बीईईओ की ओर से किए गए निरीक्षण में भी तीन विद्यालय बंद मिले थे। प्रवेशोत्सव एवं मुख्यमंत्री के दौरे को
ध्यान में रखते हुए एबीईईओ इसकी जांच के लिए भेजा गया था।
इनका कहना है…&स्कूल बंद मिलने की स्थिति गंभीर है। इस संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
रजिया सुलताना, जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक, नागौर