केन्द्रीय बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मियों ने ढोल बजाकर जताया विरोध
-राजस्थान रोडवे संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति के बैनरतले सेवानिवृत एवं कार्यकर्मियों ने 11 सूत्रीय मांगों को पूरी करने की मांग को लेकर बजाया ढोल
नागौर. राजस्थान रोडवेज के संयुक्त मोर्चा संघर्ष समिति के आह्वान पर सातवें वेतन आयोग, नई भर्ती एवं बकाया दिलाए जाने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के क्रम में बुधवार को रोडवेज कर्मियों ने अनोखे अंदाज में ढोल बजाकर अपना विरोध जताया। केन्द्रीय बस स्टैंड पर रोडवेज कर्मियों को ढोल बजाते देखकर यात्रियों में कौतूहल की स्थिति रही। इस दौरान कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सेवानिवृत कर्मचारियों का बकाया तो वर्ष 2016 से होने के साथ सरकार न तो नई भर्ती कर रही है, और न ही कर्मचारियों का अन्य विभागीय सुविधाएं मुहैया करा रही है। सातवां वेतन आयोग तो उन लोगों को आज तक नहीं मिला। जबकि पूर्ववर्ती एवं वर्तमान सरकार के समय में भी उच्च स्तर पर हुए समझौते के तहत अब तक 11 सूत्रीय मांगें पूरी हो जानी चाहिए थी, लेकिन आज तक नहीं हुई। इस संबंध में कर्मचारियों की यूनियन की ओर से प्रदेश की राजधानी जयपुर सहित विभिन्न जिलों में चरणबद्ध तरीके से चल रहे आंदोलन के तहत विरोध जताकर मांगों को जल्द पूरा किए जाने का आग्रह किया गया था, लेकिन सरकार अनसुनी कर रही है। विडंबनापूर्ण स्थिति यह है कि राज्य सरका के कर्मचारी हो या, फिर केन्द्र सरकार के। इन सभी को इनके मद के अनुसार सरकारें भुगतान कर रही हैं, लेकिन रोडवेज कर्मियों के लिए भुगतान के लिए सरकार के पास तो बजट रहता है, और न ही इनकी परवाह रहती है। इससे सरकार की नीयत संदेह के घेरे में आ जाती है। इस दौरान संघर्ष समिति अध्यक्ष मेहराम फरड़ोदा, एटक यूनियन शाखा कार्यकारी अध्यक्ष शिवदानराम भांभू, इंटक के प्रदेश सचिव जगदीशराम इनाणियां, जगदीश डिडेल, सेाहनलाल बारुपाल, श्रवण सिंह चौधरी, हनुमानराम भाकल, ओमप्रकाश गहलोत, छोटूराम रिणवा आदि मौजूद थे।