थक चुके सुनवाई नहीं
हमने बंद पड़े नलकूपों को लेकर प्रशासन सहित जलदाय विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। गरीबों को खारा पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है, लेकिन प्रशासन इसे गम्भीरता से नहीं ले रहा है।
दयालराम मेघवाल, ग्रामीण
कर रहे मनमाना व्यवहार
नहरी विभाग के अधिकारी जल वितरण व्यवस्था में मनमानी कर रहे हैं। इससे पिछड़े एवं गरीब लोगों को पानी नहीं नसीब हो रहा है। हालात यह है कि गरीबों के लिए खारे पानी की व्यवस्था करना भी प्रशासन उचित नहीं समझ रहा है। अनुसूचित जाति के मौहल्लों एवं गरीब लोगों के घरों में पीने को पानी तक नहीं मिल रहा है।
मंगलाराम, ग्रामीण
गरीबों की हालत खराब
गांव में पिछड़े तबके एवं अनपढ़ लोग होने के कारण उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। पीने के पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव सरकार के गरीबों की हितैषी होने की पोल खोल रहा है। जलदाय विभाग को शीघ्र ग्रामीणों के पीने के पानी की सुविधा करनी चाहिए।
बाबूराम चौकीदार, ग्रामीण