जानकारी के अनुसार जोधियासी निवासी नरेन्द्र (17) पुत्र बालाराम जाट शनिवार को अपने खेत में गया था, इस दौरान रोहिणी व जोधियासी की ओर से बिजली का शटडाउन लेकर ठेकेदार द्वारा 33 केवी की बिजली लाइन खींची जा रही थी। सुबह करीब 10 बजे किसी ने लाइन जोड़ दी, जिसके सम्पर्क में आने से नरेन्द्र के करंट लग गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलने परिजन व ग्रामीण मौके पर पहुंचे तथा अधिकारियों को सूचना देकर मौके पर बुलाया। ग्रामीणों ने ठेकेदार की लापरवाही बताते हुए मृतक किशोर के एक परिजन को संविदा पर नौकरी व 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की मांग की। ग्रामीणों ने मांगें पूरी नहीं होने तक शव उठाने से इनकार कर दिया। मामला बढ़ता देख नागौर डीएसपी मुकुल शर्मा, डिस्कॉम के एक्सईएन व एईएन तथा नागौर तहसीलदार मौके पर पहुंचे तथा समझाइश का प्रयास किया।
ग्रामीणों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि भींयाराम मूंड के नेतृत्व में ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई कर परिजनों को सहायता देने की मांग की। करीब दस घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद रात करीब 8 बजे ठेकेदार ने एक लाख रुपए तथा तहसीलदार ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपए की सहायता देने का आश्वासन दिया। साथ ही डिस्कॉम व कृषि मंडी की योजना के तहत सहायता राशि दिलवाने का भी आश्वासन दिया गया। इस पर परिजन शव उठाने को राजी हो गए। समझौते के बाद श्रीबालाजी थानाधिकारी रमेशसिंह शव को श्रीबालाजी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया, जहां रविवार को पोस्टमार्टम करवाया।