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रेलवे फाटक बंद होने से निकल गए आरोपी

locationनागौरPublished: Feb 25, 2020 09:13:54 pm

Submitted by:

Sandeep Pandey

मेड़ता सिटी. मेड़ता के एक टैक्सी चालक से स्कार्पियो लूट होने के बाद जावली गांव में रात को फिल्मों की तरह की नजारा देखने को मिला।

Breaking: तेज रफ्तार ट्रेलर ने डीजल टैंक ट्रक को मारी टक्कर, वाहन में लगी आग, जिंदा जल कर दो की मौत

Breaking: तेज रफ्तार ट्रेलर ने डीजल टैंक ट्रक को मारी टक्कर, वाहन में लगी आग, जिंदा जल कर दो की मौत

मेड़ता सिटी. मेड़ता के एक टैक्सी चालक से स्कार्पियो लूट होने के बाद जावली गांव में रात को फिल्मों की तरह की नजारा देखने को मिला। गांव के कुछ लोगों ने लूटी स्कार्पियों को पहचान लिया। शक होने पर आरोपी वहां से भागने लगे। तब गांव के लोगोंं ने दो वाहनों से उसका पीछा भी किया। लेकिन डाबरियाणी गांव के पास स्थित रेलवे फाटक बंद होने से पहले स्कार्पियों वहां से निकल गई और पीछा कर रहे दोनों वाहन उधर ही रह गए। सिर्फ इतना ही नहीं टैक्सी यूनियन के अन्य वाहन चालकों ने भी पुलिस के साथ देर रात लूटी गई स्कार्पियों को तलाशने का कार्य किया। जहां यह पता चला की रात्रि साढ़े 11 बजे स्कार्पियों गांव जारोड़ा के पास ढाढरिया सरहद से जाती हुई भी देखी गई। वारदात स्थल से ५० किमी की परिधि में ही लूटी गई स्कार्पियों घुमती रही। बावजूद इसके पुलिस खाली हाथ रही। दूसरे दिन तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं लगा।
मेघादण्ड गांव में शादी में जाने का कहकर दो अज्ञात युवकों ने मेड़ता टैक्सी स्टैंड से शंकर उर्फ सतुसिंह की स्कार्पियो गाड़ी किराये पर ली थी। इस दौरान दोनों युवकों ने मेघादण्ड गांव सरहद पर वाहन चालक के सिर पर पिस्तौल तानकर गाड़ी से नीचे गिरा दिया। साथ ही आरोपी चालक का मोबाईल छिनकर फरार हो गए। कहने को तो पुलिस ने तत्काल समूचे जिले में नाकाबंदी करवाई। परंतु लूटी हुई स्कार्पियो पुलिस को गच्छा देती हुई घुमती रही। स्कार्पियों में सवार आरोपियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हुए रेण के पेंट्रोल पम्प से 500 रुपए का डीजल भरवाया था। डीजल भरवाकर यहां से निकलने के सीसीटीवी फुटेज भी मिले। इसके बाद उन्होंने फिर इलाके में घुमना शुरू कर दिया। खास बात तो समीप के जावली गांव में हुई। वहां गांव के लोगों ने दिनभर सोशल मीडिया, टीवी पर लूट हुई सफेद रंग व नंबर वाली स्कार्पियों की खबरे देखी, उसके बाद वैसी ही गाड़ी उन्हें गांव में दिखी। जिसके नंबर आरजे ०४ यूबी २६२६ थे। लेकिन नंबरों में ०४ और २६ को हटा दिया गया और पीछे लगे लोगो भी आधा हटा हुआ था। ग्रामीणों ने गाड़ी को संदिग्ध माना और स्कार्पियों का पीछा भी किया। इसके बाद कुछ फिल्मों का नजारा यह घटित हो गया। रेलवे फाटक लगने को थी उससे पहले स्कार्पियों वहां से निकल गई और पीछा कर रही अन्य दो गाडिय़ों फाटक के दूसरी तरफ ही रह गई। जिससे लूट हुई स्कार्पियों हाथ लगते-लगते रह गई। टैक्सी यूनियन के चालकों व पुलिस ने रातभर स्कार्पियों की तलाश जारी रखी। इस दौरान यह सामने आया कि रात को करीब साढ़े ११ बजे जारोड़ा गांव के पास ढाढ़रिया स्कार्पियों को जाते देखा गया।
नाकाम रही पुलिस
सूत्रों के अनुसार मेड़ता से जब स्कार्पियों मेघादण्ड के लिए किराये पर निकली उस समय गाड़ी के टैंक में पेट्रोल नाम मात्र का था। जिससे यह तो साफ जाहिर होता है कि लूट हुई स्कार्पियों को आरोपी लम्बी दूरी तक नहीं ले जा सके। बताया जाता है कि सिरासना के बाद ही आरोपियों ने तेल की जुगत करनी शुरू कर दी। अंत में उन्होंने रेण में डीजल भरवाया। यह डीजल खत्म होने पर तो आरोपी अन्य किसी पम्प पर तेल लेते अथवा तेल के खत्म होने से रास्ते में खड़े हुए पकड़े जाते। इस दौरान प्रभावी कार्रवाई नहीं होने का फायदा उठाते हुए आरोपियों को संभवतय वाहन को किसी एक स्थान पर खड़ा करना पड़ा।

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