नागौरPublished: Jul 28, 2021 11:48:39 pm
Sharad Shukla
Nagaur. विविध धार्मिक कार्यक्रमों से बदला माहौल-वैदिक मंत्रों के गूंजते स्वरों के साथ महादेव का हो रहा जलाभिषेक
The city painted in the colors of Mahadev’s Jalabhishek in Sawan
नागौर. सावन में शिव मंदिरों में विविध धार्मिक कार्यक्रमों के शुरू होने के साथ ही एकलिंग भगवान की पूजन के श्लोक गूंजने लगे हैं। मंदिरों का माहौल भी भी बदला-बदला सा नजर आने लगा है। अलसुबह से ही श्रद्धालू भगवान शिव को जलाभिषेक करने अब पहुंचने लगे हैं। इस दौरान शिवालयों में गूंजते श्लोकों से माहौल आस्था के रंग में रंगा हुआ है। शिवबाड़ी मंदिर, बड़लेश्वर महादेव मंदिर , नया तेलीवाड़ा सावरेश्वर मंदिर, भूतनाथ मंदिर, बंशीवाला में पातालेश्वर महादेव मंदिर, गिनाणी तालाब देवल महादेव मंदिर में सुबह से ही भगवान को जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक का सिलसिला दोपहर तक चलता रहा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने धतूरा, बिल्वपत्र व दुग्ध अर्पित कर मनवांछित कामना की। पंडित सुनील दाधीच ने बताया कि सावन मास में भगवान भोलेनाथ की पूजा में दूध तथा गंगाजल से अभिषेक व बेलपत्र अर्पण करने से श्रद्धालुओं के समस्त दोष समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा असाध्य रोगों से छुटकारा, पितृदोष से मुक्ति और व्यवसाय संबंधित समस्याओं में समाधान मिलेगा। उन्होंने बताया कि महामृत्युंजय मंत्र और गायत्री मंत्र के साथ अभिषेक-पूजन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। दूसरे व चौथी सोमवार को सर्वार्थ सिद्धि योग विद्यमान रहेगा।