गौरतलब है कि मदनलाल प्रजापत के घर 35 साल बाद पोती का जन्म होने पर बुधवार को उसे हेलीकॉप्टर से ननिहाल हरसोलाव से अपने घर लाया गया था। पौती के जन्म को यादगार बनाने के लिए दादा मदनलाल प्रजापत साढ़े चार लाख रुपए किराया देकर हेलीकॉप्टर में उसके ननिहाल हरसोलाव से निम्बड़ी चांदावतां लाए थे।
गीगी जाई आंगणे, बाज्यो सोवन थाळ। नन्ही रिया को मिला मायड़भ भाषा में बधाई पत्र जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अनुपम पहल, पूरे जिले के चिकित्सा संस्थानों में लागू हुआ यह नवाचार
गीगी जाई आंगणे, बाज्यो सोवन थाळ।
बंटै बधाई हेत सूं, आयो हरख भूंचाळ।
म्हां घर जाई गीगली, चाव चढ्यो गिगनार
जच्चा जळवा पूजिया, ढोलां री ढमकार। बेटी के जन्म पर मायड़ भाषा में लिखा यह भावमय बधाई संदेश पाकर नवप्रसूता चुका देवी फूले नहीं समाई। आपणी धरती, आपणी भाषा अर आपणां लोगां ने बीच आपणी मन री बात…कुछ ऐसी नई रीत नागौर के जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने नागौर में लागू की है, जो पहले पहले ही सबको मन भा गई।
डेगाना तहसील के निम्बड़ी चांदावता निवासी हनुमान प्रजापत और चुका देवी को पु़त्री जन्म पर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी के निर्देशानुसार मायड़ भाषी बधाई संदेश बुटाटी के राजकीय प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र, प्रभारी डॉ. राजेन्द्र चौधरी व उनके स्टॉफ ने सौंपा। सोनी द्वारा बेटी के जन्म पर भेजा गया यह बधाई संदेश पाकर नैनी बाई रिया रा मम्मी-पापा फूला नहीं समायां। आपणी बेटी -आपणो मांन, शीर्षक से बधाई संदेश का नवाचार इसी अप्रेल में लागू किया गया है, जिसमें बेटी बचाओ, बेटी भणाओ, यानी पढाओ का संदेश भी दिया गया है। उक्त बधाई पत्र में शुभकांमी के रूप में स्वयं जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार के हस्ताक्षर हैं। कलक्टर का यह बधाई संदेश आगामी समय में जिले की हर उस नवप्रसूता माता और उनके पति के नाम लिख उन्हें सरकारी प्रतिनिधि के रूप में चिकित्सा अधिकारी द्वारा भेंट किया जाएगा। इसके साथ -साथ महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रतिनिधि के रूप में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भी यह बधाई संदेश पहुंचाने का काम करेंगी।