scriptहिचकोले के बीच ही निकल गया दीपावली का त्योहार, गड्ढों से नहीं मिली निजात | The festival came out amid hichkolas, did not get rid of pits | Patrika News

हिचकोले के बीच ही निकल गया दीपावली का त्योहार, गड्ढों से नहीं मिली निजात

locationनागौरPublished: Nov 29, 2020 08:45:39 pm

Submitted by:

Jitesh kumar Rawal

त्योहारी सीजन में भी बदहाल रह गई शहर की सड़कें, कहीं गड्ढे पड़े हैं तो कहीं धूल से अटी सड़क, आवागमन करना हुआ मुश्किल, नगर परिषद नहीं कर रही इन सड़कों की मरम्मत या डामरीकरण की कवायद

हिचकोले के बीच ही निकल गया दीपावली का त्योहार, गड्ढों से नहीं मिली निजात

नागौर. शहर में कुछ इस तरह से बदहाल है सड़कें।

नागौर. दीपावली का त्योहार भी चला गया, लेकिन शहर की सड़कें अब भी बदहाल है। जिन सड़कों को त्योहार से पहले चाक-चौबंद करना था वे अब भी टूटी-फूटी पड़ी है। इन पर चलते हुए लोग हिचकोले खा रहे हैं। आवाजाही में भारी समस्या हो रही है, लेकिन कहे भी तो किसे। किसी सड़क पर डामरीकरण का अभाव है तो कहीं धूल उड़ रही है। इनकी मरम्मत पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। शहर की कई प्रमुख सड़कें क्षतिग्रस्त है, जिससे लोगों को आवागमन में भारी असुविधा हो रही है। हालांकि नगर परिषद का दावा है कि काम लगातार चल रहा है, लेकिन अधिकतर जगह इन दावों की पोल खुल रही है।
इसलिए दिनोंदिन बढ़ रही समस्या
शहर के भीतरी भागों में सड़कें अर्से से बदहाल ही है। क्षतिग्रस्त संकरे मार्गों को पार करने में शहरवासियों को काफी समस्या हो रही है। कई जगह सीवरेज लाइन बिछाने के बाद गड्ढों को यूं ही छोड़ दिया गया तो कई जगह सड़क ही उखड़ चुकी है। समय पर मरम्मत नहीं होने से समस्या दिनोंदिन बढ़ रही है।
फिर भी मरम्मत नहीं हो रही
कुम्हारी दरवाजा से प्राचीन गणेश बावड़ी-मानासर चौराहा वाली सड़क अर्से से क्षतिग्रस्त है। सीवरेज लाइन बिछाने के बाद से ही इसकी सुध नहीं ली गई। मरम्मत नहीं होने से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है। वाहनों के पीछे चलते हुए दुपहिया वाहन चालक धूल व गड्ढों के कारण काफी दुखी हो जाते हैं। प्रमुख मार्ग होने से यहां हर समय यातायात रहता है, लेकिन मरम्मत पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा।
कंक्रीट बिछाकर छोड़ दी सड़क
शहर में केशवदास रामद्वारे से सैनिक बस्ती तक सड़क बनाई गई थी। करीब सात माह पहले यहां कंक्रीट बिछाई गई थी, लेकिन डामर नहीं किया। यह सड़क इतने समय से डामरीकरण की बाट जोह रही है। यहां के बाशिंदों ने नगर परिषद में कई बार शिकायत की, लेकिन न तो डामरीकरण किया गया और न ही समस्या से निजात मिली। नागौर सेवा समिति अध्यक्ष डॉ. शंकरलाल परिहार ने बताया कि डामरीकरण नहीं होने से हर समय यहां धूल उड़ती है। इससे आसपास रहने वाले लोगों को भारी समस्या हो रही है। अस्थमा के मरीजों को दिक्कत हो रही है।
शहर में बदहाली, कलक्ट्रेट में प्राथमिकता
शहर की अन्य क्षतिग्रस्त सड़कों को लेकर लोग कितनी समस्या झेल रहे हैं इससे अधिकारी भी अनजान है। हो भी क्यों नहीं उनके दफ्तरों के बाहर सड़क एकदम दुरुस्त हो रही है। लम्बे समय से शहर की सड़कें भले ही बदहाल पड़ी हो, लेकिन कलक्ट्रेट की सड़क को मरम्मत में प्राथमिकता दी जा रही है। यहां हाल ही में मरम्मत शुरू की है। डामर मिक्स कंक्रीट बिछाकर गड्ढे भरे जा रहे हैं।
नियमित काम चल रहा है…
सड़कों की मरम्मत को लेकर नियमित काम चल रहा है। त्योहार के बाद भी लगातार काम कर रहे हैं। बची हुई सड़कों की मरम्मत भी जल्द ही करवा दी जाएगी।
– मनीषा चौधरी, आयुक्त, नगर परिषद, नागौर

ट्रेंडिंग वीडियो