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Nagaur patrika. मई में प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाओं के पहले पाठ्यक्रम अधूरे

locationनागौरPublished: Jan 25, 2021 09:57:50 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

Nagaur patrika. आरबीएसई बोर्ड एवं सीबीएसई बोर्ड के संस्था प्रधानों ने पाठ्क्रम पूरा करने के लिए बनाई विशेष कार्ययोजना, शिक्षा विभाग ने आरबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को बोर्ड पाठ्क्रमों की हार्ड कापियां कराई उपलब्ध, शिक्षकों की ओर से विद्यार्थियों से अलग से संपर्क कर भी उनके समस्याओं का किया जा रहा समाधान

The first syllabus of the proposed board examinations in May are incomplete

The first syllabus of the proposed board examinations in May are incomplete

नागौर. आरबीएससी एवं सीबीएसई बोर्ड की प्रस्तावित बोर्ड परीक्षाएं मई में है, लेकिन पाठ्यक्रम किसी का भी पूरा नहीं हुआ है। परीक्षा की संभावित तिथियों को ध्यान में रखते हुए आरबीएसई एवं सीबीएसई बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि पाठ्यक्रम परीक्षा से पहले पूरा कर लिया जाएगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार आरबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों का 50 प्रतिशत कोर्स पूरा हो चुका है, और शेष भी जल्द ही कर लेंगे। इसके साथ ही बोर्ड की ओर से कटौती कर निर्धारित किए गए पाठ्यक्रमों की हार्ड कॉपी भी आरबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई गई है। इधर सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों का पाठ्यक्रम फिलहाल 45 प्रतिशत तक पूरा हुआ है। इसे भी जल्द कराए जाने के लिए हरसंभव कदम उठाए गए हैं।
स्माइल प्रोग्राम में कनेक्टिविटी से जूझने के बाद बोर्ड परीक्षाओं के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग की की ओर से जिले के शिक्षाधिकारियों की ओर से किए गए प्रयासों के चलते बोर्ड पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों का शेष 50 प्रतिशत कोर्स और पूरा करने में शिक्षक लगे हुए हैं। संस्था प्रधानों का कहना है कि बोर्ड के पाठ्यक्रमों की हार्ड कापी से बच्चों को काफी मदद मिल रही है। बोर्ड परीक्षा में लगभग एक लाख विद्यार्थियों के इस बार शामिल होने की उम्मीद है। इसमें सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को जोड़े जाने पर यह आंकड़ा डेढ़ गुना बढ़ जाता है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड से जुड़े विद्यार्थियों के लिए विशेष तौर पर कार्ययोजना बनाई गई है। जिले के सभी संस्था प्रधानों को इस येाजना के तहत काम किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों के पाठ्यक्रम को ऑनलाइन एवं आफलाइन दोनों ही तरीकों से पूरा कराने के लिए इनसे संबंधित विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की ओर से व्यक्तिगत स्तर पर संपर्क कर भी परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है। इससे उम्मीद है कि बोर्ड परीक्षा में आरबीएसई बोर्ड के बच्चों का परीक्षा परिणाम इस बार भी बेहतर होगा। सीबीएसई के साथ ही निजी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज का मूल्यांकन कर विद्यार्थियों के लिए विशेष कार्य योजना बनाई जा गई है। इससे जल्द ही कोर्स पूरा कर लिया जाएगा। ऑनलाइन क्लासेज में भी 12वीं बोर्ड के औसतन 30 फीसदी विद्यार्थी ही जुड़े थे। बता दें कि पिछले साल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में जिले का परिणाम काफी चिंताजनक रहा था। सीबीएसई बोर्ड शिक्षण संस्थानों के संस्था प्रधानों के अनुसार बच्चों को पहले से ही ऑनलाइन क्लासेज चलवाई जा रही थी। इसके बाद भी बोर्ड का पाठ्क्रम पूरा नहीं हुआ, लेकिन स्थिति संतोषजनक है। परीक्षा के पहले शेष कोर्स को भी ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से करने का काम किया जाएगा।
इनका कहना है…
बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए विशेष कार्ययोजना के तहत काम किया जा रहा है। लगभग पचास प्रतिशत पाठ्यक्रम पूरा भी हो गया है। शेष भी परीक्षा के पहले कर लिया जाएगा।
संपतराम, सीडीईओ, समसा नागौर
सीबीएसई बोर्ड के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लासेज पहले से ही कराई जा रही थी। इससे काफी हद तक पाठ्क्रम बच्चों ने पढ़ लिए हैं। शेष कोर्स को परीक्षा के पहले विशेष कार्ययोजना बनाकर पूरा करने में शिक्षक लगे हुए हैं।
मनीष पारीक, संस्था प्रधान एवं कलस्टर प्रभारी राजकीय विवेकानंद मॉडल स्कूल नागौर
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