यह है मामला मुख्य आरोपी भगवान सिंह थेबड़ी पर हत्या, अपहरण व मारपीट के करीब नौ मामले दर्ज हैं। फिलहाल हत्या के एक मामले में वो जमानत पर चल रहा है। पिछले साल तोषीणा/आकोदा में शराब के ठेके मुकेश नेतड़ चलाता था, अप्रेल 22 से ये ठेके भगवान सिंह ने ले लिए। मुकेश और भगवान के बीच अवैध शराब के कारोबार को लेकर रंजिश चल रही थी। इसी के चलते मुकेश को अगवा कर उसको जान से मारने की साजिश रची गई। मुकेश पर भी 10-11 मामले दर्ज हैं, वो भी हिस्ट्रीशीटर है।
अपहरण कर जला चुका है लाश पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2012 में भगवान सिंह ने एक जने का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। यही नहीं उसकी लाश अपने गांव ले आया और यहां अपने बाड़े में टायरों पर रख जला दिया। जिसके अवशेष तक पुलिस को नहीं मिल सके। ऐसे में मुकेश के अपहरण में भगवान सिंह का हाथ होने की खबर के बाद पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई।
ये हुए गिरफ्तार मुकेश के अपहरण के आरोप में पुलिस ने मुख्य आरोपी भगवान सिंह के साथ विक्रम सिंह, विशाल सिंह, गुमान और विजेंद्र को गिरफ्तार किया। इन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। भगवान सिंह, विक्रम सिंह, विशाल सिंह तीनों थेबड़ी गांव के हैं जबकि गुमान व विजेंद्र सीकर के राणोली गांव के।
इनका कहना अपहरण की सूचना मिलते ही नागौर और अजमेर पुलिस के बेहतर समन्वय/प्रयास से चंद घंटों में ही सफलता मिल गई। आरोपियों का पुराना रेकार्ड खंगाला जा रहा है। अवैध शराब अथवा अन्य मादक पदार्थ के काले कारोबार से जुड़े बदमाशों के खिलाफ पुलिस का अभियान चल रहा है।
-राममूर्ति जोशी, एसपी नागौर